शहीद धर्मदेव का पार्थिव शरीर पहुंचा उनके घर, परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया मना
चंदौली। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सली हमले में शहीद हुए धर्मदेव कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार की सुबह उनके घर राजकीय सम्मान के साथ पहुंच गया है। इस दौरान अंतिम दर्शन के लिए स्थानीय प्रतिनिधि और हजारों की संख्या में लोग एकत्रित हुए और अमर शहीद के जयकारे के साथ पूरा क्षेत्र गूंज ऊंठा। हालांकि परिजनों की मांग है कि देश के रक्षा मंत्री या उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घर पर आकर शहीद को श्रद्धांजलि नहीं देंगे तब तक हम अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
बता दे कि छत्तीसगढ के बीजापुर में नक्सलियों के हमले के बाद चंदौली के धर्मदेव मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। धर्मदेव कोबरा 210 बटालियन के कमांडो थें। मंगलवार को शहीद धर्मदेव का पार्थिव शरीर राजकीय सम्मान के साथ हजारों की संख्या के लोगों की मौजूदगी में उनके घर पहुंचा। लेकिन नाराज परिजनों ने पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार करने से इंकार कर दिया।
शहीद की पत्नी ने की मांग
शहीद धर्मदेव के पिता ने बताया कि शहीद की पत्नी का कहना है कि जब तक देश के रक्षा मंत्री या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं हमारे घर आकर शहीद को श्रद्धांजलि नहीं अर्पित करेंगे तब तक उनका पार्थिव शरीर यहां से कहीं नहीं जाएगा। उनका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।
शहीद का भाई भी है CRPF का जवान
वही शहीद थे छोटे भाई धनंजय ने बताया कि मैं भी सीआरपीएफ मैं ही तैनात हूं, और अभी अगर आदेश आएगा तो मैं ड्यूटी ज्वाइन करके नक्सलियों से मुठभेड़ करने के लिए भी तैयार हूं। लेकिन मेरी एक मांग है, जो सरकार को पूरी करनी चाहिए। कम से कम शहीद को शहीद का सम्मान मिलना चाहिए। इसलिए मैं मुख्यमंत्री योगी से और रक्षा मंत्री से निवेदन करता हूं, कि वह आकर मेरे भाई के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि दें और मेरे परिवार को ढांढस बंधाएं, जिसके बाद हम सभी लोग उनका अंतिम संस्कार कर सके।