खेल से सुधरेगी पुलिसकर्मियों की सेहत, सभी थानों में बनेंगे ग्राउंड 

खेल से पुलिसकर्मियों की सेहत सुधरेगी। इसके लिए विभाग ने पहल की है। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने सभी थानाध्यक्षों को दो दिनों के अंदर थानों में वालीबाल ग्राउंड तैयार कराने का निर्देश दिया है। ड्यूटी पर तैनात रंगरूटों के साथ ही थाने में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को रोजाना सुबह-शाम एक-एक घंटे ग्राउंड में खेलकर पसीना बहाना होगा। कप्तान का मानना है कि पहल से पुलिसकर्मियों की फिटनेस ठीक होगी। वहीं चुस्त-दुरूस्त भी रहेंगे।
 

चंदौली। खेल से पुलिसकर्मियों की सेहत सुधरेगी। इसके लिए विभाग ने पहल की है। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने सभी थानाध्यक्षों को दो दिनों के अंदर थानों में वालीबाल ग्राउंड तैयार कराने का निर्देश दिया है। ड्यूटी पर तैनात रंगरूटों के साथ ही थाने में मौजूद सभी पुलिसकर्मियों को रोजाना सुबह-शाम एक-एक घंटे ग्राउंड में खेलकर पसीना बहाना होगा। कप्तान का मानना है कि पहल से पुलिसकर्मियों की फिटनेस ठीक होगी। वहीं चुस्त-दुरूस्त भी रहेंगे। 

यह किसी से छिपा नहीं है कि थानों में तैनात पुलिसकर्मी फिटनेस के मामले में ढीले-ढाले हैं। ऐसे में उनकी पकड़ से शातिर अपराधी व कैदी भाग जाते हैं। उनका पीछा करने में पुलिसकर्मियों की सांस फूलने लगती है। इसके पीछे अनियमित दिनचर्या सबसे बड़ा कारण है। इसको लेकर एसपी ने पहल की है। उन्होंने सभी थानों में खेल ग्राउंड तैयार कराने का निर्देश दिया है। यहां सभी पुलिसकर्मियों को सुबह-शाम एक-एक घंटे वालीबाल खेलना होगा।

एसपी ने कहा कि शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए खेल जरूरी है। इससे शरीर का स्टैमिना भी बढ़ता है। वहीं खेल से जीतने की ललक भी पैदा होती है तो हार स्वीकार करना भी लोग सीख जाते हैं। खेल से कई तरह के मानसिक लाभ भी होते हैं। मसलन, मिजाज अच्छा रहता है। एकाग्रता और आत्मविश्वास भी बढ़ता है। खेल मानसिक तनाव को दूर करने का अच्छा साधन होता है।

लगातार खेलने से कई तरह की शारीरिक बीमारियों से भी मुक्ति मिल जाती है। वर्तमान समय में वैश्विक महामारी के चलते पुलिसकर्मियों पर कामकाज का काफी दबाव है। ऐसे में खेल से उन्हें काफी राहत मिलेगी। बताया कि सभी थानों में जल्द ही खेल से संबंधित किट बालीबाल, नेट, सटल काक, रैकेट आदि उपलब्ध कराया जाएगा।