पीडीडीयू जंक्शन : जीवित्पुत्रिका व्रत पर डीडीयू जंक्शन पर महिलाओं की भीड़ आरपीएफ कर्मी रहे मुस्तैद
रिपोर्ट : धर्मेंद्र कुमार
चंदौली। जीवित्पुत्रिका पर्व के अवसर पर पीडीडीयू मंड़ल के मुख्य स्टेशन पीडीडीयू जंक्शन पर भारी संख्या में महिलाओं की भीड़ देखी जा रही है। महिलाओं की भीड़ को देखते हुए आरपीएफ कर्मी काफी मुस्तैद दिखे। आरपीएफ कर्मी महिलाओं के बीच समन्वय बनाकर किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार दिखे।
बता दें कि वर्ष 2007 में जीवित्पुत्रिका के पर्व पर ही स्टेशन पर भगदड़ मच गई थी। इस दौरान 14 महिलाओं की मौत हो गई थी, जिसके बाद से रेलवे प्रशासन इस तरह के पर्व पर विशेष सावधानियां बरतता है ताकि पुनरावृत्ति न हो सके।
इस संबंध में सहायक कमांडेंट हरि नारायण राम ने बताया कि वर्ष 2007 में हुई हृदयविदारक घटना को ध्यान में रखते हुए पीडीडीयू स्टेशन पर सुरक्षा के व्यापक इन्तेजाम किए गए हैं। पीडीडीयू पोस्ट के आरपीएफ बल के अलावा तीन अन्य पोस्ट से भी आरपीएफ बल को बुलाया गया है, जो सुरक्षा व्यवस्था देख रहे हैं। इस दौरान हम महिला आरपीएफ को भी लगाया गया है जो महिलाएं सीढ़ी नहीं चढ़ पा रही हैं उन्हें महिला सिपाही पकड़कर सीढ़ी भी चढ़ा रही हैं।
इस दौरान सहायक वाणिज्य प्रबंधक नरेंद्र कुमार, आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक संजीव कुमार, अश्वनी कुमार,सुनील कुमार, अर्चना कुमारी मीणा आरसी यादव आरपीएफ व आरपीएसएफ सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे।
जानिए क्या हुआ था 2007 में
वर्ष 2007 में पुत्र का पर्व के अवसर पर गंगा स्नान करके लौट रही महिलाओं की भारी भीड़ स्टेशन पर इकट्ठा थी। इसी दौरान पैसेंजर ट्रेन के अचानक प्लेटफार्म बदल जाने के दौरान भगदड़ मच गई थी। भगदड़ में 14 महिलाओं की मौत हो गई थी। इसके अलावा कई महिलाएं घायल हो गई थीं। घटना के बाद से ही रेलवे प्रशासन इस तरह के पर्व पर विशेष सावधानियां बरतता है और सुरक्षा के व्यापक इंतजाम भी रेलवे द्वारा किया जाता है।