प्रत्याशियों के खर्च पर आयोग की नजर, व्यय प्रेक्षक ने अफसरों संग की बैठक

विधानसभा चनाव में प्रत्याशियों के पाई-पाई के खर्च पर आयोग की नजर रहेगी। इसकी निगरानी के लिए जिला प्रशासन के साथ ही व्यय प्रेक्षक व विधानसभावार सहायक व्यय प्रेक्षक की नियुक्ति की गई है। व्यय प्रेक्षक संतोष कुमार ने शुक्रवार को गोदावरी गेस्ट हाउस में सहायक व्यय प्रेक्षकों के साथ बैठक की। इस दौरान चुनाव खर्च की पैनी निगरानी की रणनीति बनी।
 

चंदौली। विधानसभा चनाव में प्रत्याशियों के पाई-पाई के खर्च पर आयोग की नजर रहेगी। इसकी निगरानी के लिए जिला प्रशासन के साथ ही व्यय प्रेक्षक व विधानसभावार सहायक व्यय प्रेक्षक की नियुक्ति की गई है। व्यय प्रेक्षक संतोष कुमार ने शुक्रवार को गोदावरी गेस्ट हाउस में सहायक व्यय प्रेक्षकों के साथ बैठक की। इस दौरान चुनाव खर्च की पैनी निगरानी की रणनीति बनी। 

विधानसभा चुनाव में निर्वाचन आयोग ने इस बार प्रत्याशियों को कुल 40 लाख तक खर्च की छूट दी है। प्रत्याशियों को चुनाव प्रचार, रैली, सभा, जनसंपर्क आदि के दौरान किए गए पाई-पाई के खर्च का हिसाब देना होगा। प्रत्याशी व्यय रजिस्टर में इसका ब्योरा देंगे। व्यय व सहायक व्यय प्रेक्षकों की ओर से समय-समय पर इसका अवलोकन किया जाएगा। व्यय प्रेक्षक ने मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। प्रत्याशियों के खर्च और गतिविधियों की निगरानी के लिए कहा। चेताया कि आयोग से सच छिपाने वाले प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई तय है। बैठक में सकलडीहा विधानसभा में सहायक व्यय प्रेक्षक शकील अहमद, मुगलसराय विधानसभा के कृष्णमोहन, सैयदराजा विधानसभा के गिलबर्ट माइकल व चकिया के घनश्याम दुबे के साथ अन्य अफसर व कर्मी मौजूद रहे। 

निर्वाचन विभाग ने तय किया है सामग्री का रेट 
निर्वाचन विभाग ने चुनाव में इस्तेमाल होने वाली सामग्री का रेट तय कर दिया है। इसके अनुसार ही प्रत्याशियों को चुनाव खर्च दर्शाना होगा। विभाग ने कुर्सी, टेबल, माला, फूल, पंडाल, कनात, माइक, समोसा, चाय, नाश्ता समेत चुनाव के दौरान इस्तेमाल होने वाले 50 से अधिक सामग्री का अलग-अलग रेट तय किया गया है। स्थानीय बाजार भाव के अनुसार मूल्य का निर्धारण हुआ है। इसके अनुसार ही यह निर्धारित होगा कि प्रत्याशी ने कितना खर्च किया। 

प्रत्याशियों ने खुलावाया अलग बैंक खाता 
आयोग के आदेशानुसार विधानसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों ने नया बैंक खाता खुलवाया है। इसकी डिटेल भी नामांकन के दौरान उपलब्ध कराई है। निर्वाचन विभाग प्रत्याशियों के इन खातों से होने वाले लेन-देन व व्यय की निगरानी कर रहा है।