हद है ! बारातियों का विवाद निबटाने पहुंची पुलिस खोलवा ले गयी दूल्हे की कार का पहिया

पुलिस भी कभी-कभी सुरक्षा के नाम पर ऐसा कर गुजरती है, जो गले नहीं उतरता। धानापुर के कुसम्ही गांव में बारात में हुए विवाद में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। घराती-बाराती आपस में भीड़ गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया, लेकिन जाते वक्त दूल्हे की गाड़ी का पहिया खोलवाकर अपने साथ ले गई। हवाला दिया कि सुरक्षा के नाते ऐसा किया गया है। पुलिस की हरकत चर्चा का विषय बनी हुई है। 
 

चंदौली। पुलिस भी कभी-कभी सुरक्षा के नाम पर ऐसा कर गुजरती है, जो गले नहीं उतरता। धानापुर के कुसम्ही गांव में बारात में हुए विवाद में कुछ ऐसा ही देखने को मिला। घराती-बाराती आपस में भीड़ गए। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया, लेकिन जाते वक्त दूल्हे की गाड़ी का पहिया खोलवाकर अपने साथ ले गई। हवाला दिया कि सुरक्षा के नाते ऐसा किया गया है। पुलिस की हरकत चर्चा का विषय बनी हुई है। 

कुसम्ही निवासी सीरी बिन्द की लड़की की शादी शुक्रवार को थी। बलुआ के महराजगंज गांव से बारात आई थी। लड़की पक्ष के निमंत्रण पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य व नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य के प्रतिनिधि राजेश यादव भी आये थे। उनकी गाड़ी रास्ते मे ही खड़ी थी। इसी बीच बारात भी पहुंच गई। स्कार्पियों हटाते वक्त अनियंत्रित होकर दूल्हे के गाड़ी से जाकर टकरा गई। इससे बाराती आक्रोशित हो गए और गाड़ी चला रहे पूर्व प्रधान  राजेश यादव के साथ मारपीट करने लगे।

जिला पंचायत सदस्य के समर्थक भी भारी संख्या में इकट्ठे हो गए और बारातियों से भिड़ गए। हंगामा और बवाल होते देख दूल्हा भी शादी करने से मना इनकार करने लगा। घंटों मान मनौव्वाल के बाद शादी की रस्में पूरी हुईं। पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य राजेश यादव का आरोप है की उनकी गाड़ी से बैग और मोबाइल भी बारातियों ने निकाल लिया। हालांकि बैग तो कुछ समय के बाद मिल गया, लेकिन उसमें रखे 75 हजार रुपये और मोबाइल अब तक नहीं मिला।

घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला तो शांत कराया दिया। लेकिन एक बराती समेत दूल्हे की कार का दो पहिया भी खोलकर साथ ले गई। नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने बाराती को तो छोड़ दिया, लेकिन कार में पहिया लगवाकर थाने ले आयी। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि कार का पहिया सुरक्षा की दृष्टि से खोलवाया गया था। अब तक किसी पक्ष द्वारा तहरीर नहीं दी गयी है।