कश्मीर में आतंकवादी को मौत की नींद सुलाने वाले जनपदवासी सीआरपीएफ जवान को वीरता पुरस्कार 

जिले के बहादुरपुर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अनूप कुमार सिंह को अदम्य साहस पर राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कार दिया है। 19 जुलाई 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में बटपूरा गांव में आतंकवादियों से मुकाबला हुआ था। उन्होंने साहस का परिचय देते हुए एक आतंकी को मार गिराया था। 
 

चंदौली। जिले के बहादुरपुर गांव निवासी सीआरपीएफ जवान अनूप कुमार सिंह को अदम्य साहस पर राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कार दिया है। 19 जुलाई 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में बटपूरा गांव में आतंकवादियों से मुकाबला हुआ था। उन्होंने साहस का परिचय देते हुए एक आतंकी को मार गिराया था। 

तलाशी में आतंकवादी के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद और एके-47 राइफल बरामद की गई थी। अदम्य साहस के लिए उन्हें वीरता पुरस्कार मिला है। उनकी इस उपलब्धि से ग्रामीणों के साथ ही जनपदवासी गदगद हैं।

सीआरपीएफ की ओर से 23 जुलाई को कोलकाता में सम्मान समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें जवान को वीरता पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। दरअसल, बहादुरपुर गांव का नाम ऐसे ही नहीं पड़ गया। यहां अपनी जान जोखिम में डालकर देश की सुरक्षा करने वाले जवानों की लंबी फेहरिस्त  है।

अवधेश यादव ने देश की रक्षा में जान गंवा दी तो कई ऐसे हैं, जो सेना व सीआरपीएफ की वर्दी पहनकर देश की सीमाओं की रखवाली कर रहे हैं। अनूप की इस उपलब्धि पर पिता रघुनाथ सिंह और माता कलावती देवी फूले नहीं समा रहे। वहीं ग्रामीणों को भी गांव के लाल पर फक्र है।