चंदौली : माटीगांव में खुदाई के दौरान मिला मंदिर का गर्भगृह, अरघा और भगवान विष्णु की प्रतिमा

क्षेत्र के माटीगांव में बीएचयू प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व विभाग की खोदाई में 1500 साल पुराने पुरातात्विक साक्ष्य सामने आए हैं। सोमवार को उत्खनन के दौरान शिवालय का फर्श, अरघा व भगवान विष्णु की खंडित प्रतिमा मिली है। पुरातत्वविदों की माने तो उत्खनन में कई तरह से साक्ष्य मिल सकते हैं, जिनसे यहां 1500 साल पहले प्राचीन सभ्यता के आबाद रहने की पुष्टि हो सकेगी। 
 

चंदौली। क्षेत्र के माटीगांव में बीएचयू प्राचीन भारतीय इतिहास और पुरातत्व विभाग की खोदाई में 1500 साल पुराने पुरातात्विक साक्ष्य सामने आए हैं। सोमवार को उत्खनन के दौरान शिवालय का फर्श, अरघा व भगवान विष्णु की खंडित प्रतिमा मिली है। पुरातत्वविदों की माने तो उत्खनन में कई तरह से साक्ष्य मिल सकते हैं, जिनसे यहां 1500 साल पहले प्राचीन सभ्यता के आबाद रहने की पुष्टि हो सकेगी। 

बीएचयू की टीम की ओर से माटीगांव स्थित प्राचीन शिव मंदिर के समीप खोदाई में पहले मंदिर का ढांचा उभरकर सामने आया था। दूसरे और तीसरे दिन की खोदाई में जमीन के नीचे सूर्खी-चूना के गारे से जोड़ी गई 10 मीटर लंबी दीवार मिली। सोमवार को टीम के सदस्यों ने पश्चिम दिशा में ट्रेंच का विस्तार किया तो वृत्ताकार शिवालय का आकार मिला, जो उभर कर सामने आया। 

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इसका अलंकृत फर्श, गर्भगृह में स्थित शिवलिंग का अरघा और भगवान विष्णु की चतुर्भुज आकार की सुंदर प्रतिमा मिली है। इसके अलावा कुछ अलंकृत ईंटें, मृदभांड व पीपल के पत्ते से अलंकृत रूफटाइल्स मिली है। उत्खनन कार्य के निदेशक डाक्टर विनय कुमार ने बताया कि खोदाई में मिले मृदभांड व पीपल के पत्ते से अलंकृत रूफटाइल्स गुप्तोत्तर काल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। टीम में सलाहकार डाक्टर अनिल कुमार दुबे, शोधार्थी छात्र अभिषेक कुमार सिंह, राहुल त्यागी और परमदीप पटेल शामिल हैं।