विकास की रैंकिंग में नीचे खिसका चंदौली, प्रदेश में 26वां स्थान
चंदौली। प्रदेश में विकास की रैंकिंग में जिला इस बार नीचे खिसक गया है। मई में की रैंकिंग में चंदौली प्रदेश में 26वें स्थान पर पहुंच गया है। मार्च में बेहतर काम की बदौलत 18वां स्थान था। रैंकिंग में गिरावट से अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। संबंधित विभागाध्यक्षों को सुधार की हिदायत दी गई है।
चंदौली। प्रदेश में विकास की रैंकिंग में जिला इस बार नीचे खिसक गया है। मई में की रैंकिंग में चंदौली प्रदेश में 26वें स्थान पर पहुंच गया है। मार्च में बेहतर काम की बदौलत 18वां स्थान था। रैंकिंग में गिरावट से अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। संबंधित विभागाध्यक्षों को सुधार की हिदायत दी गई है।
प्रदेश सरकार की ओर से तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। वहीं विकास कार्य कराए जा रहे हैं। इनकी प्रगति की हर माह समीक्षा भी की जाती है। इसके आधार पर जिलों की रैंकिंग का निर्धारण किया जाता है। शासन की कोशिश है कि लोगों को बुनियादी सुविधाओं के लिए भटकना न पड़े।
जिले में अप्रैल व मई माह में विकास कार्यों की रफ्तार काफी धीमी रही। इसकी वजह से मई की रैंकिंग खराब हो गई है। महिला कल्याण, कृषि और सिंचाई व जल संसाधन विभाग की प्रगति अच्छी रही। हालांकि पिछड़ा वर्ग कल्याण, लघु सिंचाई व व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ।
शासन स्तर से नामित जिले के नोडल अधिकारी व मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने भी निरीक्षण नहीं किया। ऐसे में उनकी रिपोर्ट संलग्न नहीं है। रैंकिंग में गिरावट से जिले के आला अधिकारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं। यदि विकास कार्यों को गति नहीं मिली तो शासन स्तर पर जवाब देना मुश्किल हो जाएगा।
इस संबंध में सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने कहा कि विकास कार्यों को गति देने का प्रयास किया जा रहा है। सभी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि योजनाओं का संचालन सही ढंग से कराएं। लापरवाही बरतने वाले अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।