चंदौली : बिना बयान लिए लगा दी रिपोर्ट, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने लेखपाल को किया निलंबित 

चंदौली। संपत्ति विवाद के मामले में पीड़ित पक्ष का बयान लिए बगैर रिपोर्ट लगाने वाले लठौरा गांव के लेखपाल आकाशचंद्र मौर्या को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व चकिया एसडीएम प्रेमप्रकाश मीणा ने शनिवार को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उसे भूलेख अनुभाग से संबद्ध कर दिया गया है। सख्ती से लापरवाह राजस्वकर्मियों में खलबली मची है। 

 

चंदौली। संपत्ति विवाद के मामले में पीड़ित पक्ष का बयान लिए बगैर रिपोर्ट लगाने वाले लठौरा गांव के लेखपाल आकाशचंद्र मौर्या को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट व चकिया एसडीएम प्रेमप्रकाश मीणा ने शनिवार को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में उसे भूलेख अनुभाग से संबद्ध कर दिया गया है। सख्ती से लापरवाह राजस्वकर्मियों में खलबली मची है। 

क्षेत्र की भटौली गांव की रहने वाली संगीता झा ने पिछले दिनों एसडीएम को प्रार्थना पत्र दिया था। इसमें संपत्ति विवाद को दर्शाते हुए जांच कराकर उचित कार्रवाई की गुहार लगाई थी। एसडीएम ने क्षेत्रीय लेखपाल को जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया था। आरोप है कि लेखपाल ने जांच में लापरवाही बरती। उसने मौके पर जाने की जहमत नहीं उठाई। 

वहीं पीड़ित पक्ष का बयान भी नहीं लिया। घर बैठे रिपोर्ट बनाकर एसडीएम के सामने प्रस्तुत कर दी। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने रिपोर्ट का अवलोकन किया तो कई पक्ष अधूरे मिले। इस पर रिपोर्ट को संदिग्ध मानते हुए लेखपाल को निलंबित कर दिया। एसडीएम की सख्ती से राजस्वकर्मियों में खलबली मची है। 

एसडीएम ने बताया कि जांच में लापरवाही पर लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की गई है। राजस्वकर्मी ईमानदारी के साथ दायित्व निभाएं, वरना कार्रवाई तय है।