चंदौली : अब सड़कों पर दौड़ेगा समूह की महिलाओं का ई-रिक्शा, खरीदेंगी मालवाहक 

राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं का ई-रिक्शा अब सड़कों पर दौड़ेगा। महिलाएं मालवाहक खरीदकर माल की आपूर्ति भी करेंगी। इसके लिए विभाग की ओर से महिलाओं को 6.50 लाख रुपये धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। शेष धनराशि ग्राम संगठनों को लगानी होगी।  
 

चंदौली। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं का ई-रिक्शा अब सड़कों पर दौड़ेगा। महिलाएं मालवाहक खरीदकर माल की आपूर्ति भी करेंगी। इसके लिए विभाग की ओर से महिलाओं को 6.50 लाख रुपये धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। शेष धनराशि ग्राम संगठनों को लगानी होगी।  

सरकार ने आजीविका मिशन से जुड़ी महिलाओं को ई-रिक्शा व मालवाहक उपलब्ध कराने की योजना बनाई है। जिले में कुल 12 वाहनों का लक्ष्य रखा गया है। 10 समूहों को एक-एक ई-रिक्शा दिया जाएगा। इसके लिए विभाग 1.50 लाख रुपये मुहैया कराएगा। वहीं दो बोलेरो मालवाहक खरीदने के लिए भी पैसा मिलेगा। 

प्रत्येक के लिए क्रमश: 6.50 लाख रुपये धनराशि दी जाएगी। शेष धनराशि की व्यवस्था ग्राम संगठनों को खुद करनी होगी। महिलाएं खुद अथवा किसी चालक को रखकर ई-रिक्शा सड़क पर चलवा सकती हैं। सवारियों से मिलने वाला किराए का पैसे का इस्तेमाल कारोबार बढ़ाने में कर सकती हैं। मालवाहक से महिलाएं पुष्टाहार और दलिया ढोएंगी। जिले के चार ब्लाकों में जल्द ही न्यूट्रिमेक्स प्लांट लगाए जाएंगे। 

यहां समूह की महिलाएं दलिया और पुष्टाहार तैयार करेंगी। इसे बाल विकास विभाग को देना है। प्लांट से आंगनबाड़ी केंद्रों तक माल पहुंचाने के लिए महिलाओं को मालवाहक वाहन दिया जा रहा है। उपायुक्त स्वत: रोजगार एमपी चौबे ने बताया कि महिलाओं को तरह-तरह के रोजगार से जोड़ने की कवायद की जा रही है। ई-रिक्शा व मालवाहक वाहन उपलब्ध कराना भी इसी कड़ी का हिस्सा है। इससे महिलाओं को सहूलियत होगी।