चंदौली : लाभार्थियों को अब मिलेगी हर माह एक हजार रुपये पेंशन, शासन ने बढ़ाई धनराशि 

शासन ने विधवा, वृद्धा व दिव्यांगजन पेंशन धनराशि को अब बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया है। शासनादेश एक जनवरी 2022 से लागू होगा। अगले साल लाभार्थियों के खाते में इतनी ही धनराशि पहुंचेगी। शासन की पहल से महंगाई के दौर में लाभार्थियों को जीवनयापन करने में सहूलियत होगी।  
 

चंदौली। शासन ने विधवा, वृद्धा व दिव्यांगजन पेंशन धनराशि को अब बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया है। शासनादेश एक जनवरी 2022 से लागू होगा। अगले साल लाभार्थियों के खाते में इतनी ही धनराशि पहुंचेगी। शासन की पहल से महंगाई के दौर में लाभार्थियों को जीवनयापन करने में सहूलियत होगी।  

सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले गरीबों को सौगात दी है। लाभार्थियों को अब एक हजार रुपये पेंशन मिलेगी। पहले लाभार्थियों को 500 रुपये प्रति माह पेंशन मिलती थी। हालांकि महंगाई के दौर में यह धनराशि काफी कम थी। ऐसे में शासन ने पेंशन धनराशि को बढ़ाकर दोगुना कर दिया। जिले में विधवा, वृद्धा व दिव्यांगजन पेंशन के लगभग एक लाख लाभार्थी हैं। प्रमुख सचिव ने इसको लेकर सभी जिलों को पत्र जारी कर दिया है। विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। 

जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र कुमार मौर्या ने बताया कि शासन से पेंशन की धनराशि को बढ़ाकर एक हजार रुपये कर दिया गया है। एक जनवरी से नया आदेश प्रभावी होगा। अगले साल से लाभार्थियों के खाते में इतनी धनराशि भेजी जाएगी। 

लाभार्थियों का सत्यापन कर अपात्रों को बाहर करना चुनौती 

पेंशन योजना में तमाम तरह की गड़बड़ी है। विभाग हर साल सत्यापन कराता है, लेकिन अपात्रों को ढूंढ नहीं पाता है। ऐसे में मृतकों के खाते में वृद्धा पेंशन का पैसा भेजे जाने के मामले अक्सर सामने आते हैं। मामला संज्ञान में आने के बाद अधिकारी हरकत में आते हैं। अपात्रों से रिकवरी करना टेढ़ी खीर साबित होता है। इससे बचने के लिए ग्राम पंचायतों से समन्वय बनाकर पारदर्शी तरीके से सत्यापन कराना जरूरी है।