चंदौली : कोविड टीकाकरण की खराब प्रगति पर चार प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नोटिस

जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैटक में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर रणनीति बनी। डीएम ने प्रवासियों की स्क्रीनिंग का निर्देश दिया। वहीं टीकाकरण में फिसड्डी नियामताबाद, धानापुर, चकिया व शहाबगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारियों, बीपीएम, बीसीपीएम को नोटिस जारी करने का निर्देश एसीएमओ डाक्टर डीके सिंह को दिया। 
 

चंदौली। जिलाधिकारी संजीव सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक हुई। बैटक में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर रणनीति बनी। डीएम ने प्रवासियों की स्क्रीनिंग का निर्देश दिया। वहीं टीकाकरण में फिसड्डी नियामताबाद, धानापुर, चकिया व शहाबगंज के प्रभारी चिकित्साधिकारियों, बीपीएम, बीसीपीएम को नोटिस जारी करने का निर्देश एसीएमओ डाक्टर डीके सिंह को दिया। 

जिलाधिकारी ने कहा कि  बाहर से आने वालों के चलते संक्रमण का खतरा है। ऐसे में विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। कोरोना टीकाकरण का तीसरा चरण एक अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली जाएं। चिकित्सकों की टीम पूरी मुस्तैदी के साथ काम करे। फर्जी रिपोर्टिंग कत्तई न करें। निगरानी समितियां गांवों में बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति की डिटेल नोट कर अवगत कराएं। शत-प्रतिशत प्रवासियों का वैक्सीनेशन कराया जाना चाहिए। 

होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की गतिविधियों पर भी निगरानी की जाए। इसके लिए ब्लाक स्तर पर कंट्रोल रूम बनाए जाएं। उन्होंने आरटीपीसीआर टेस्ट बढ़ाए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि 45 वर्ष से अधिक आयु वाले व्यक्तियों का टीकाकरण एक अप्रैल से शुरू होगा। इसके लिए पंजीकरण कराने वालों की पूरी रिपोर्च तैयार कर संबंधित टीकाकरण केंद्र प्रभारियों को मुहैया कराई जाए। 

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं गांवों में ऐसे लोगों को चिह्नित करें, जिनका टीकाकरण नहीं कराया गया है, उन्हें तत्काल वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम पर भी चर्चा की। उन्होंने डीएसओ, डीपीआरओ, डीपीओ और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अभियान को सफल बनाने में शत-प्रतिशत योगदान देने का निर्देश दिया। 

उन्होंने कहा कि आशा व एएनएम का भुगतान समय से सुनिश्चित किया जाए। जिले में फाइलेरिया मरीजों को चिह्नित करने का कार्य युद्धस्तर पर किया जाए। इसके लिए ब्लाक स्तर पर बैठकें आयोजित कर रणनीति बनाई जाए। कोटे की दुकानों पर बैनर-पोस्टर लगाकर भी लोगों को जागरूक किया जाए। 

बैठक में जिला मलेरिया अधिकारी ने माइक्रोप्लान, दवा की खुराक, फेमिली रजिस्टर भरने, टीम का गठन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। बैठक में डीडीओ पदमकांत शुक्ला, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे, डीआइओएस डाक्टर विनोद राय, सीवीओ डाक्टर एसपी पांडेय, डीएसओ देवेंद्र प्रताप सिंह, डीपीओ नीलम मेहता व अन्य मौजूद रहे।