चंदौली :  खतरा बिंदु को पारकर उफान पर गंगा, गांवों में घुसा पानी

जिले में खतरे के बिंदु को पार कर चुका गंगा का पानी अब गांवों में घुसने लगा है। इससे तटवर्ती इलाके के गांवों में खलबली मच गई है। सोमवार को टांडाकला और सोनबरसा बाजार में गंगा का पानी पहुंच गया और घरों व दुकानों में घुसने लगा। सिवान जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीण ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
 

 

चंदौली। जिले में खतरे के बिंदु को पार कर चुका गंगा का पानी अब गांवों में घुसने लगा है। इससे तटवर्ती इलाके के गांवों में खलबली मच गई है। सोमवार को टांडाकला और सोनबरसा बाजार में गंगा का पानी पहुंच गया और घरों व दुकानों में घुसने लगा। सिवान जलमग्न हो गए हैं। ऐसे में ग्रामीण ऊंचाई वाले स्थानों पर शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
 

गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही थी। सोमवार को गंगा जिले में खतरे के बिंदु को पार कर गईं। ऐसे में लगभग दो दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। गांवों के सिवान को लांघते हुए पानी अब गांवों में घुस चुका है। सोमवार की दोपहर तक टांडाकला और सोनबरसा बाजार में जलप्वालन की स्थिति देखने को मिली। दुकानों व घरों में पानी पहुंचने से लोग पलायन के लिए मजबूर हो गए हैं।

गांवों के मुख्य मार्ग जलमग्न होने की वजह से आपसी संपर्क भी टूट गया है। लोगों को कहीं आने-जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा अथवा घुटने भर पानी से होकर गुजर रहे। गंगा का जलस्तर थमने का नाम नहीं ले रहा। इससे तटवर्ती इलाके के 120 गांवों के ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है। आपदा को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। गंगा किनारे स्थित बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है।

गोताखोरों की टीम को मुस्तैद कर दिया गया है। इसके अलावा पीएसी भी मोटर बोट व अन्य संसाधनों के साथ लैस होकर अलर्ट है। एडीएम अतुल कुमार ने बताया कि एसडीएम व तहसीलदार को नजर रखने का निर्देश दिया गया है। यदि जरूरत पड़ी तो प्रभावित लोगों को विद्यालय अथवा किसी सुरक्षित स्थान पर शरण दिलाई जाएगी।