चंदौली : पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुआ जिला पंचायत अध्यक्ष पद
चंदौली। जिला पंचायत अध्यक्ष का पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हो गया है। शासन ने आरक्षण सूची जारी कर दी है। ऐसे में कई भावी प्रत्याशियों के मंशूबे ध्वस्त हो गए हैं। पिछले चुनाव में पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित था। इसके पूर्व सामान्य पुरूष, पिछड़ा और अनुसूचित के लिए आरक्षित रहा।
पंचायती राज निदेशालय ने शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष पद का आरक्षण जारी कर दिया। पिछली दो बार यह पद सामान्य रहा। इस बार अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित कर दिया गया है। 2015 में पद सामान्य महिला के लिए आरक्षित पद पर सरिता सिंह चुनाव जीतकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनी थीं। 2010 में सामान्य पद पर छत्रबली सिंह जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए थे। 2005 में पिछड़ा वर्ग के आरक्षित पद पर अमलावती यादव ने चुनाव जीता था।
2000 में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित पद पर पूनम सोनकर चुनाव जीती थीं। इस पद पर राजनीतिक दिग्गजों की नजर रही है। इस बार कई भावी उम्मीदवार अध्यक्ष का पद हासिल करने की जुगत में लगे थे। लेकिन पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षण होने के बाद उनके मंशूबों पर पानी फिर गया।
वहीं संबंधित वर्ग के भावी उम्मीदवारों के चेहरे खिल गए हैं, क्योंकि उनके लिए चुनाव अब आसान हो जाएगा। ऐसे में तैयारी में जुट गए हैं। जिले का राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। लोगों को पिछले काफी दिनों से आरक्षण का इंतजार था। इसको लेकर उहापोह की स्थिति बनी हुई थी। लोग अपने स्तर से कयास लगा रहे थे लेकिन पंचायती राज निदेशालय ने आरक्षण सूची जारी कर इस पर अब विराम लगा दिया है।