चंदौली : कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने कोरोना से बचाव की परखी तैयारी, तीसरी लहर के लिए तैयार रहने का दिया निर्देश
चंदौली। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल मंगलवार को अपने एक दिवसीय दौरे पर जिले में पहुंचे। इस दौरान उन्होंने एकीकृत कोविड कमांड सेंटर का निरीक्षण कर तैयारी परखी। कंट्रोल रूम में आने वाली सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई व कोरोना की तीसरी लहर के अस्पतालों में सभी जरूरी इंतजाम कराने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की बात कही जा रही है। ऐसे में प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर से सभी तैयारी पहले की पूरी कर ले। अस्पतालों में बेड, आक्सीजन, दवा आदि की उपलब्धता होनी चाहिए। चिकित्सकों की टीम भी हमेशा मुस्तैद रहे। उन्होंने कोविड कमांड सेंटर में आने वाली सूचनाओं पर त्वरित कार्रवाई पर जोर दिया। बोले कमांड सेंटर में काल करने वाले लोगों का डाटा बेस तैयार करें। होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की निगरानी में सुस्ती नहीं होनी चाहिए। कमांड सेंटर से उन्हें नियमित फोनकर स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लें।
कोविड मेडिसिन किट के तहत बताई गई दवाइयों के सेवन व पूरी एहतियात बरतने की सलाह दें। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित कर ले कि होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को निजी चिकित्सकों व मेडिकल स्टोर से अपेक्षित दवाइयां ही दी जा रही हैं। गावों में कोरोना मरीजों को चिह्नित करने के लिए स्क्रीनिंग में तेजी लाएं।
उन्होंने निर्देश दिया कि स्वास्थ्यकर्मियों की टीम गांव-गांव जाकर ऐसे मरीजों का डाटा तैयार करें। उन्हें मेडिसिन किट दी जाए। साथ ही उनके आक्सीजन लेवल व तामपान की जांच की जाए। जिला प्रशासन जरूरत के मुताबिक पल्स आक्सीमीटर व थर्मल स्कैनर खरीद सकता है। उन्होंने वैक्सीनेशन बढ़ाने का निर्देश दिया। कहा कि कोरोना काल में वैक्सीन लगवाने वाले सुरक्षित हैं। ऐसे में 45 साल से अधिक आयु वाले शत-प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन कराया जाए।
संतोषजनक जवाब न देने पर प्रभारी चिकित्साधकारी को लगाई फटकार
मंडलायुक्त ने जसूरी गांव का निरीक्षण किया। इस दौरान गांव में कोरोना संक्रमण से बचाव को सफाई एवं दवा वितरण की स्थिति की जानकारी ली। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी। उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी सदर से मरीजों के सर्वे के बारे में जानकारी ली लेकिन वे स्पष्ट आंकड़ा नहीं बता पाए। इस पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़ी फटकार लगाई। कहा कि व्यापक सर्वे कर लक्षण युक्त मरीजों की टेस्टिंग कराई जाए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।