चंदौली : जिले में भारत बंद बेअसर, सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट रही पुलिस 

कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों का सोमवार को भारत बंद का आह्वान बेअसर रहा। नगरीय व ग्रामीण इलाकों में दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे, हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस सतर्क है। मुख्यालय स्थित धरनास्थल के साथ ही संवेदनशील स्थानों पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं। विपक्षी दलों के नेताओं की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही। 
 

चंदौली। कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों का सोमवार को भारत बंद का आह्वान बेअसर रहा। नगरीय व ग्रामीण इलाकों में दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रहे, हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस सतर्क है। मुख्यालय स्थित धरनास्थल के साथ ही संवेदनशील स्थानों पर पुलिस व पीएसी के जवान तैनात हैं। विपक्षी दलों के नेताओं की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही। 

केंद्र सरकार की ओर से पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का आंदोलन रुक नहीं रहा है। किसान संगठनों ने इसको लेकर सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया था। किसानों, व्यापारियों से अपनी दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान आदि बंद रखने की अपील की गई थी, लेकिन जिले में इसका कोई असर नहीं दिखा। नगरीय व ग्रामीण इलाकों में दुकानें व व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुले रहे। 

आम दिनों की तरह बाजारों में चहल-पहल दिखी। दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखी। हालांकि सुरक्षा को लेकर प्रशासन अलर्ट रहा। पुलिस व पीएसी के जवानों को मुख्यालय स्थित धरना स्थल व अन्य स्थानों पर तैनात किया गया था। थानाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों में चक्रमण कर हालात का जायजा लेते रहे। 

खासतौर से विपक्षी दलों के नेताओं की निगरानी हुई। उनके घर के आसपास पुलिस का पहरा सख्त रहा। किसानों के ट्रेन पकड़ने की सूचना पर चंदौली-मंझवार रेलवे स्टेशन पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहे।