छूटे युवाओं के लिए मतदाता बनने का एक और मौका, आयोग ने पांच दिसंबर तक बढ़ाई पुनरीक्षण की तिथि 

जिन लोगों का नाम अब तक विधानसभा की मतदाता सूची में शामिल नहीं हो सका है, उनके लिए निर्वाचन आयोग ने एक और मौका दिया है। मतदाता सूची पुनरीक्षण की पहले निर्धारित 30 नवंबर तक की तिथि को बढ़ाकर अब पांच दिसंबर कर दिया गया है। युवा व अन्य लोग आवेदन कर नामावली में अपना नाम बढ़वा सकते हैं। 
 

चंदौली। जिन लोगों का नाम अब तक विधानसभा की मतदाता सूची में शामिल नहीं हो सका है, उनके लिए निर्वाचन आयोग ने एक और मौका दिया है। मतदाता सूची पुनरीक्षण की पहले निर्धारित 30 नवंबर तक की तिथि को बढ़ाकर अब पांच दिसंबर कर दिया गया है। युवा व अन्य लोग आवेदन कर नामावली में अपना नाम बढ़वा सकते हैं। 

विधानसभा चुनाव की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर युवाओं व छूटे हुए लोगों के नाम सूची में शामिल करने के लिए एक से 30 नवंबर तक विशेष पुनरीक्षण अभियान चलाया गया था।जिले में इस दौरान लगभग 50 हजार लोगों ने सूची में नाम बढ़वाने को आवेदन किया। इसमें आफलाइन व आनलाइन तरीके से प्राप्त आवेदन शामिल हैं। हालांकि अभी भी बहुत सारे लोग ऐसे हैं, जिनका नाम सूची में शामिल नहीं है। ऐसे लोगों को मतदाता बनने के लिए एक और मौका मिल गया है। आयोग ने पुनरीक्षण की अवधि को बढ़ाकर पांच दिसंबर तक कर दिया है।

इस अवधि के दौरान बीएलओ को घर-घर जाकर नए लोगों के नाम सूची में जोड़ने के निर्देश दिए गए हैं। लोग खुद पहल करते हुए मतदाता बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं। पुनरीक्षण के बाद मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन किया जाएगा। लोगों से दावा और आपत्तियां मांगी जाएंगी। इनका निस्तारण होने पर जनवरी में सूची का अंतिम प्रकाशन होगा। इसके बाद नामावली में किसी तरह का परिवर्तन नहीं होगा। जिला उप निर्वाचन अधिकारी उमेश मिश्रा ने बताया कि आयोग की ओर से पुनरीक्षण की अंतिम तिथि को बढ़ाकर पांच दिसंबर कर दिया गया है। शत-प्रतिशत लोगों का नाम नामावली में शामिल करने की कोशिश की जा रही है। ताकि कोई भी व्यक्ति मताधिकार के अधिकार से वंचित न रह सके। 

2017 के विधानसभा चुनाव में थे 14 लाख से अधिक मतदाता 
 

2017 के विधानसभा चुनाव में जिले में 14 लाख से अधिक मतदाता थे। इस बार अब तक लगभग 50 हजार आवेदन मिल चुके हैं। लगभग चार हजार लोगों के नाम काटने और नाम-पता संशोधन के लिए आवेदन प्राप्त हुए हैैं। छूटे मतदाताओं का नाम जोड़ने के साथ ही जेंडर रेसियो आदि का ध्यान रखते हुए अंतिम सूची तैयार करनी होगी।