चिकित्सक के अपरहण के मास्टरमांइड आकाश सिंह को भाई और पिता के साथ चंदौली पुलिस ने किया गिरफ्तार 

बलुआ थाना क्षेत्र के रैया गांव निवासी चिकित्सक अमरेश्वर कुशवाहा के अपहरण के मास्टरमाइंड हुदहुदीपुर के आकाश सिंह समेत तीन को पुलिस ने शनिवार को मथेला नहर पुलिया के पास गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई की जा रही है। 
 

चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के रैया गांव निवासी चिकित्सक अमरेश्वर कुशवाहा के अपहरण के मास्टरमाइंड हुदहुदीपुर के आकाश सिंह समेत तीन को पुलिस ने शनिवार को मथेला नहर पुलिया के पास गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ के बाद विधिक कार्रवाई की जा रही है। 

हालांकि परिजनों का अलग ही आरोप है। उनकी मानें तो पुलिस ने पांच दिन पहले ही उन्हें घर से उठा लिया था। आकाश का एनकाउंटर करने की साजिश रची जा रही थी। हालांकि मामला पब्लिक में लीक होने के बाद पुलिस को उनकी गिरफ्तारी दिखानी पड़ी। 

31 मई की रात में क्लिनिक से घर जाते वक्त कार सवार बदमाशों ने चिकित्सक का अपहरण कर लिया था। पुलिस को सर्विलांस के जरिए बदमाशों की लोकेशन मिली। पुलिस और बदमाशों के बीच दो जून की सुबह बिलरीडीह अंडरपास के समीप मुठभेड़ हुई थी। इसमें एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया था। पुलिस ने दो बदमाशों को मौके पर पकड़ा। उनकी निशानदेही पर उनके दो साथियों को रामनगर स्थित एक मकान से पकड़ने के साथ ही अपहृत चिकित्सक को मुक्त कराया था। पुलिस ने फिरौती की 40 लाख 50 हजार रुपये रकम भी बरामद की थी । बदमाशों ने 70 लाख रुपये फिरौती मांगी थी। 

बदमाशों से पूछताछ में हुदहुदीपुर के आकाश सिंह का नाम मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आया था। आईजी इसके भगत की प्रेस कांफ्रेंस में भी आकाश को फरार दिखाया गया था। घटना का पटाक्षेप होने के तीन दिन बाद बलुआ पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता आकाश सिंह, उसके भाई अभिषेक सिंह और उसके पिता रामविलास सिंह की गिरफ्तारी मथेला नहर पुलिया के पास दिखाई है, जबकि परिजनों का दावा पुलिस की कहानी को गलत करार दे रहा। 

आकाश की मां किरन सिंह ने सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में कहा है कि 31 मई की रात ही पुलिस ने उनके दोनों बेटों और पति को घर से उठा लिया था। उन्हें एक दिन बलुआ थाने में रखा गया था। इसके बाद पुलिस उनके बारे में कुछ बता नहीं रही थी। उन्होंने पुलिस पर बेटे के एनकाउंटर की साजिश रचने का आरोप लगाया था। मांग की थी कि यदि बेटे और पति दोषी हैं तो उन्हें कोर्ट में पेश किया जाए।