कोरोना मरीजों की तादाद बढ़ने से प्रशासन अलर्ट, एकीकृत कोविड कंट्रोल सेंटर हुआ सक्रिय
चंदौली। जिले में कोरोना मरीजों की तादाद बढ़ने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। मरीजों की निगरानी और संक्रमण पर लगाम लगाने के लिए एकीकृत कोविड कंट्रोल सेंटर को दोबारा सक्रिय कर दिया गया है। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने शुक्रवार की शाम इसकी समीक्षा की। उन्होंने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पीएचसी व सीएचसी स्तर पर एक-एक चिकित्सकों की नोडल अधिकारी के रूप में नियुक्ति के निर्देश दिए। वहीं लोगों को कोविड प्रोटोकाल के पालन के लिए जागरूक करने पर जोर दिया।
सर्दी के मौसम में जिले में कोरोना की रफ्तार धीमी पड़ गई थी। ऐसा लगा मानों कोरोना की विदाई हो चुकी है। लेकिन मार्च माह के अंतिम सप्ताह में संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई। आएदिन नए मरीज सामने आने लगे। शुक्रवार को एक साथ 28 लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई। इससे सक्रिय केस बढ़कर अब 85 हो चुके हैं। इसके बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। डीएम ने एकीकृत कोविड कंट्रोल सेंटर की समीक्षा की।
जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएं। उन्हें कोरोना संक्रमण की निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी जाए। मरीजों के इलाज के साथ ही टीकाकरण आदि की निगरानी और रिपोर्टिंग करें। लोगों को भी जागरूक किया जाए। उन्हें घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने और शारीरिक दूरी के पालन की सलाह दें।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर बच्चों व बुजुर्गों को न जाने के लिए प्रेरित किया जाए।डीएम ने आदेश दिए कि कोरोना की चुनौती को देखते हुए कोविड फैसिलिटी सेंटर में इंतजाम मुकम्मल रखे जाएं। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। सीएमओ डाक्टर वीपी द्विवेदी ने भी कोरोना के खतरे को देखते हुए लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
डीएम ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि समय-समय पर साबुन-पानी से हाथ धोते रहें। वहीं घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी का पालन करें। यदि किसी व्यावसायिक प्रतिष्ठान अथवा दफ्तर में कोई व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाया जाता है तो उक्त प्रतिष्ठान को 72 घंटे के लिए बंद करा दिया जाएगा। इस दौरान एसपी अमित कुमार, सीडीओ अजितेंद्र नारायण व अन्य मौजूद रहे।