गेहूं खरीद : 29 क्रय केंद्र चालू, 50 का लक्ष्य, किसान पंजीकरण के सत्यापन की रफ्तार धीमी 

 
कृषि प्रधान जनपद में गेहूं खरीद के लिए एक अप्रैल से क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार 29 क्रय केंद्रों को सक्रिय कर दिया गया है। इस बार 50 केंद्र खोलने और 83 हजार एमटी अनाज की खरीद का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि किसानों के पंजीकरण के सत्यापन की रफ्तार काफी धीमी है। 
 

चंदौली। कृषि प्रधान जनपद में गेहूं खरीद के लिए एक अप्रैल से क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। विभागीय अधिकारियों के अनुसार 29 क्रय केंद्रों को सक्रिय कर दिया गया है। इस बार 50 केंद्र खोलने और 83 हजार एमटी अनाज की खरीद का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि किसानों के पंजीकरण के सत्यापन की रफ्तार काफी धीमी है। 

डिप्टी आरएमओ अनूप कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि शासन के मंशा के अनुरूप एक अप्रैल से क्रय केंद्रों को चालू कर दिया गया। फिलहाल 29 क्रय केंद्रों को क्रियाशील कर दिया गया है। इस बार जिले में 50 केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा गया है। 38 केंद्रों को स्वीकृति मिल चुकी है। इसमें विपणन शाखा के 18, पीसीएफ के 19 और भारतीय खाद्य निगम का एक क्रय केंद्र शामिल है। इस बार किसान प्रति हेक्टेयर 36.43 क्विंटल अनाज बेच सकते हैं। सरकार ने 2015 रुपये प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया है। जिले में 83 हजार टन अनाज खरीद का लक्ष्य रखा गया है। कहा कि खरीद प्रकिया की निगरानी की जाएगी। ई-पाप मशीन पर अंगूठा लगवाकर ही केंद्र प्रभारी किसानों से अनाज खरीदेंगे। धांधली करने वाले केंद्र प्रभारियों व किसानों के खिलाफ कार्रवाई तय है। बताया कि पिछले साल जिले में 48 क्रय केंद्रों को खोलने की ही मंजूरी मिली थी। इस बार 50 केंद्रों को खोलने का लक्ष्य रखा गया है। नगर के साथ ही प्रमुख कस्बों व ग्रामीण इलाकों में क्रय केंद्र खोले जाएंगे। ताकि किसानों को अनाज बेचने में सहूलियत हो सके। 

9216 किसानों ने कराया पंजीकरण, महज 383 का सत्यापन 
गेहूं विक्रय के लिए 9216 किसानों ने पंजीकरण कराया है। इसमें 383 किसानों के आवेदन का सत्यापन हुआ है। पंजीकरण के सत्यापन की रफ्तार काफी धीमी है। जिले में 15 अप्रैल के बाद अनाज तैयार हो जाएगा। इसके बाद दबाव बढ़ेगा। ऐसे में तहसील प्रशासन की सुस्ती किसानों के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।