निजीकरण के खिलाफ ट्रेड यूनियंस मुखर, कलेक्ट्रेट का किया घेराव 

निजीकरण रोकने, महंगाई में कमी लाने समेत अन्य मांगों को लेकर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस मुखर है। इसको लेकर वित्तीय संस्थानों के कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर रहे। वहीं संगठन के सदस्यों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। अंत में प्रशासनिक अधिकारी को पत्रक सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया।
 

चंदौली। निजीकरण रोकने, महंगाई में कमी लाने समेत अन्य मांगों को लेकर सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस मुखर है। इसको लेकर वित्तीय संस्थानों के कर्मचारी दो दिवसीय हड़ताल पर रहे। वहीं संगठन के सदस्यों ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट का घेराव किया। इस दौरान मांगों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। अंत में प्रशासनिक अधिकारी को पत्रक सौंपकर अपनी मांगों से अवगत कराया। चेताया कि यदि मांगों पर विचार नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे। 

आंदोलन में सेंटर आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस, मिड डे मील रसोइयां कर्मचारी यूनियन, कागज का तमिल मजदूर यूनियन, भवन निर्माण मजदूर सभा, अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा के सदस्यों ने प्रतिभाग किया। मुख्यालय पर जूलूस निकालकर नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। कलेक्ट्रेट गेट पर जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सरकार की नीतियों के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि सरकार महंगाई पर रोक लगाए, मिड डे मील में कार्यरत रसोइयों को श्रमिकों का दर्जा प्रदान किया जाए, रसोइयों को बढ़ती महंगाई के अनुसार वेतन दिया जाए, किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी लागू किया जाए, निजीकरण बंद हो। सरकार ने यदि जायज मांगों पर विचार नहीं किया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।