कार्यशाला में फोर्टिफाइड चावल की बताई गुणवत्ता, गांव-गांव जाकर करेंगे जागरूक 

कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें अधिकारियों ने फोर्टिफाइड चावल की गुणवत्ता बताई। साथ ही गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने की रणनीति तैयार की गई। चावल को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने की कवायद की जा रही है।
 

चंदौली। कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें अधिकारियों ने फोर्टिफाइड चावल की गुणवत्ता बताई। साथ ही गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने की रणनीति तैयार की गई। चावल को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने की कवायद की जा रही है। 

जिलाधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि विटामिन बी12, फोलिक एसिड व आयरन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है। इससे कुपोषण की बीमारी को खत्म किया जा सकता है। बताया कि फोर्टीफाइड चावल में कई पोषक तत्व मौजूद हैं। इसके नियमित सेवन से एनीमिया से बचाव होता है। बच्चों व महिलाओं में कुपोषण की बीमारी को समाप्त किया जा सकता है। 

बताया कि नौ जनवरी 2021 को जिले में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में फोर्टीफाइड चावल वितरण की शुरूआत की गई थी। कोटे की दुकानों व आईसीडीएस विभाग के माध्यम से महिलाओं और बच्चों के पोषण के लिए पूरक आहार के रूप में इसका वितरण किया जा रहा है। जिले में पर्याप्त मात्रा में इसका उत्पादन किया जा रहा है। वर्तमान में लगभग 1.5 लाख मीट्रिक टन फोर्टीफाइड चावल का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य, बेसिक शिक्षा, बाल विकास विभाग, पंचायत राज, आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को फोर्टिफाइड चावल के बारे में व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के निर्देश दिए। इसको लेकर ब्लाक स्तर पर भी बैठकें आयोजित की जाएं। 

महिला महाविद्यालय, बीएचयू की गृह विज्ञान की प्रोफेसर डा. मुक्ता सिंह व डा. ऋचा सिंह ने फोर्टिफाइड चावल के गुणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। न्यू इंफार्मेशन सिस्टम संस्था के संजय शर्मा व वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संस्था के निरंजन बरियार ने फोर्टिफाइड चावल के प्रचार प्रसार के लिए किए गए प्रयासों के बारे में बताया। कार्यशाला में सीएमओ डा. वाईके राय, डीवाईओएस डा. वीपी सिंह, बीएसए सत्येंद्र सिंह, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे, डिप्टी आरएमओ अनूप कुमार श्रीवास्तव, जिला पूर्ति अधिकारी देवेंद्र प्रताप सिंह, डीपीओ नीलम मेहता समेत अन्य उपस्थित रहे। 

तीन माह के अंदर लगेगी कुकिंग प्रदर्शनी 
डीएम ने बताया कि आईसी वैन के जरिए फोर्टिफाइड चावल के बारे में प्रचार-प्रसार किया जाएगा। वैन गांव-गांव जाकर लोगों को फोर्टिफाइड चावल की विशेषता बताएगी। वहीं तीन माह के अंदर कुकिंग प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा। 

जानिए क्या है विशेषता 
फोर्टिफाइड चावल बनाने के लिए पहले सामान्य चावल को पीसकर पाउडर बनाया जाता है। इसमें सूक्ष्म पोषक तत्वों का मिश्रण किया जाता है। विटामिन B12,फोलिक एसिड और आयरन, एफएसएसएआई के मानकों के अनुसार मिलाए जाते हैं। चावल के पाऊडर और विटामिन/ मिनरल के मिश्रण को मशीनों से गूंथा जाता है और एक्सट्रूडर नामक मशीन से चावल के दानों को निकाला जाता है। एक दाने को सामान्य चावल के 100 दानों के अनुपात में मिलाया जाता है। इसे फोर्टिफाइड चावल कहा जाता है। फोर्टीफाइड चावल में कई पोषक गुण हैं। ये पोषक तत्व एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से बचाता है। यह चावल स्वाद, सुगंध व दिखने में सामान्य चावल की तरह ही होता है।