सकलडीहा विधानसभा : सपा का गढ़ नहीं तोड़ सकी भाजपा, चौथी बार जीते प्रभुनारायण

जिले की तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा इस बार भी सकलडीहा में कामयाब नहीं हो सकी। यहां सपा के प्रभुनारायण सिंह यादव ने दोबारा जीत हासिल की। भाजपा के सूर्यमुनी तिवारी को 16661 वोटों से हराकर विधायक चुने गए। सपा उम्मीदवार को 86328 तो भाजपा को 69667 वोट मिले।
 

चंदौली। जिले की तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाली भाजपा इस बार भी सकलडीहा में कामयाब नहीं हो सकी। यहां सपा के प्रभुनारायण सिंह यादव ने दोबारा जीत हासिल की। भाजपा के सूर्यमुनी तिवारी को 16661 वोटों से हराकर विधायक चुने गए। सपा उम्मीदवार को 86328 तो भाजपा को 69667 वोट मिले। बसपा के जयश्याम को 43756 मत प्राप्त हुए। प्रभुनारायण चौथी बार विधायक बने हैं। 

प्रभुनारायण ने 2017 के विधानसभा चुनाव में 79875 वोटों के रिकार्ड को तोड़ते हुए इस बार 86 हजार से अधिक मत पाया। वहीं सूर्यमुनी तिवारी को पिछले चुनाव में 64906 से लगभग चार हजार अधिक यानी 69667 वोट पाकर भी हार का मुंह देखना पड़ा। बसपा प्रत्याशी 50 हजार का आंकड़ा पार नहीं कर सके। सकलडीहा विधानसभा में 2 लाख 12 हजार 430 मत मिले। इसमें 312 मत अवैध पाए गए। शेष वोट प्रत्याशियों के खाते में जोड़े गए। कांग्रेस के देवेंद्र प्रताप सिंह मुन्ना को 5135, चंदा को 3527, रविकांत विश्वकर्मा को 417, रामधनी यादव को 496, शमीम राईन को 634 व श्यामलाल को 589 वोट मिले। 1569 मतदाताओं ने किसी भी प्रत्याशी पर भरोसा न करते हुए नोटा का बटन दबाया।   

प्रभुनारायण जब जीते तो सत्ता में नहीं आई सपा 
प्रभुनारायण सिंह यादव चौथी बार विधायक बने हैं। यह उनकी लगातार दूसरी जीत है। हालांकि उनके साथ अजब संयोग जुड़ा है, जब जीते तब सपा सत्ता से दूर रही। ऐसे में जनप्रतिनिधि बनकर भी जनता की उम्मीदों पर खरा उतर पाना इस बार भी उनके लिए आसान नहीं होगा। इससे पहले प्रभुनारायण 1995 व 2001 में विधायक बने थे।