आरपीएफ कमांडेंट ने सुनी ममता की पुकार, खोए हुए बालक को ढूंढकर मां से मिलाया 

बिहार प्रांत के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना के कियाखाट निवासी सुनीता का 13 वर्षीय पुत्र यात्रा के दौरान ट्रेन में भटक कर खो गया। मां ने वरीय सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा को फोनकर इसकी जानकारी दी। वहीं बच्चों को ढूंढने की गुहार लगाई। कमांडेंट के निर्देश पर आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से बच्चे को राजगीर से बरामद करते हुए मां को सुपुर्द कर दिया गया।
 

डीडीयू (चंदौली)। बिहार प्रांत के औरंगाबाद जिले के रफीगंज थाना के कियाखाट निवासी सुनीता का 13 वर्षीय पुत्र यात्रा के दौरान ट्रेन में भटक कर खो गया। मां ने वरीय सुरक्षा आयुक्त आशीष मिश्रा को फोनकर इसकी जानकारी दी। वहीं बच्चों को ढूंढने की गुहार लगाई। कमांडेंट के निर्देश पर आरपीएफ ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से बच्चे को राजगीर से बरामद करते हुए मां को सुपुर्द कर दिया गया। कलेजे के टुकड़े को दोबारा पाकर मां की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

 

सुनीता अपने बेटे के साथ बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस से चुनार जा रही थी। डीडीयू स्टेशन पर रात में रुक गईं। बताया कि उनका मंदबुद्धि बेटा रोहित चौहान (13) कहीं गुम हो गया। परिजनों की ओर से काफी खोजबीन की गई, लेकिन कहीं पता नहीं चला। इस पर मां ने आरपीएफ कमांडेंट को फोनकर बेटे के लापता होने की जानकारी दी। कमांडेंट के निर्देश पर आरपीएफ ने खोजबीन शुरू की। डीडीयू स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को चेक किया गया तो पता चला कि बालक 21 अप्रैल को बुद्धपूर्णिमा एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ता दिखा। ट्रेन अपने गंतव्य राजगीर के लिए प्रस्थान कर गई। फुटेज में मिसिंग बालक के माता-पिता भी दिखे। वरीय मंडल सुरक्षा आयुक्त ने निरीक्षक डीडीयू व सासाराम की संयुक्त टीम बनाकर ट्रेन के रास्ते में पड़ने वाले सभी स्टेशनों की जांच कराई। स्टेशनों पर लगे सीसीटीवी कैमरे से फुटेज खंगाले गए। मिसिंग बच्चा राजगीर के सीसीटीवी कैमरे में उक्त ट्रेन से उतरते हुए देखा गया। वहां से आटो स्टैंड की ओर जाता दिखा। इस पर मिसिंग बच्चे के माता-पिता को तत्काल राजगीर रवाना किया गया। इस पर आरपीएफ राजगीर व स्थानीय थाना राजगीर (नालंदा जिला) से संपर्क कर आटो चालक, स्थानीय थानों आदि से समन्वय बनाकर खोजबीन शुरू की गई। 26 अप्रैल को पुलिस थाना नारदीगंज की ओर से सूचित किया गया कि बालक बरामद हो गया है। उसे थाने में बैठाया गया है। आरपीएफ ने तत्काल इसकी सूचना खोए हुए बालक के माता-पिता को दी। आरपीएफ बख्तियारपुर के सहयोग से नादरीगंज पुलिस की ओर से मिसिंग बालक को माता-पिता को सुपुर्द कर दिया गया। इसके लिए माता-पिता ने आरपीएफ का धन्यवाद दिया।