मोबाइल वैन गांव-गांव जाकर फोर्टीफाइड चावल के प्रति करेगी जागरूक, डीएम ने हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया
चंदौली। खाद्य व रसद विभाग के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम व एनसीआईएस संस्था के माध्यम से फोर्टीफाइड चावल को लेकर जागरूकता कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। आईईसी मोबाइल वैन गांव-गांव जाकर लोगों को फोर्टीफाइड चावल की गुणवत्ता व पौष्टिकता के बारे में जागरूक करेगी। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर वैन को रवाना किया। माना जा रहा कि विभाग की पहल से फोर्टिफाइड चावल को लेकर लोगों में व्याप्त भ्रांतियां दूर होंगी।
फोर्टीफाइड चावल का मिश्रण सामान्य चावल के साथ किया जाता है। चावल के दाने पीले होने की वजह से लोगों में तमाम तरह की भ्रांतियां व्याप्त हैं। इसको लेकर अक्सर शिकायतें सामने आती हैं। इसको दूर करने के लिए खाद्य व रसद विभाग ने जागरुकता मुहिम शुरू की है। इसके लिए वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संस्था की ओर से तीन माह तक चलने वाला जागरुकता कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें समुदाय स्तर, फ्रंटलाइन वर्कर, रसोइयों व सार्वजनिक प्रभाव वाले लोगों को शामिल किया जाएगा। ताकि इसका संदेश जन-जन तक पहुंच सके। डीएम ने कहा कि प्रदेश में तेरह जिलों का चयन किया गया है। इसमें चंदौली भी शामिल है। इस अवसर पर खाद्य व रसद विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी अनिल कुमार यादव, पूर्ति निरीक्षक नरेंद्र कुमार चौबे, श्यामसुंदर वर्मा, वर्ल्ड फूड प्रोग्राम संस्था के मयंक, न्यू कांसेप्ट के आदिल, राजभान व अन्य रहे।
दो-दो गांवों में जाएगी वैन
आईईसी वैन जिले के चयनित दो-दो गांवों में जाकर लोगों को जागरूक करेगी। वैन एलईडी टीवी के माध्यम से फोर्टीफाइड को लेकर तैयार की गई लघु फिल्म का प्रदर्शन करेगी। इसमें चावल में मौजूद पोषक तत्वों व इसके सेवन से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
कुकिंग प्रदर्शनी व व्याख्यान का आयोजन
फोर्टीफाइड चावल को लेकर जागरुकता के लिए कुकिंग प्रदर्शनी व व्याख्यान का आयोजन किया जाएगा। कुकिंग प्रदर्शनी में फोर्टीफाइड चावल को पकाने के तरीके बताए जाएंगे। वहीं खाद्य व रसद, स्वास्थ्य समेत अन्य विभागों के विशेषज्ञ फोर्टीफाइड चावल की खूबियां बताएंगे।