किसान सम्मान निधि : जानिए कब किसानों के खाते में आएगी 11वीं किस्त, पीएम बटन दबाकर करेंगे ट्रांसफर

किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मई के अंत में अन्नदाताओं के खाते में सम्मान निधि की धनराशि आने की उम्मीद है। उनके खाते में दो हजार रुपये की किस्त भेजी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बटन दबाकर किसानों के खाते में पैसा ट्रांसफर करेंगे।
 

चंदौली। किसान सम्मान निधि की ग्यारहवीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। मई के अंत में अन्नदाताओं के खाते में सम्मान निधि की धनराशि आने की उम्मीद है। उनके खाते में दो हजार रुपये की किस्त भेजी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बटन दबाकर किसानों के खाते में पैसा ट्रांसफर करेंगे। इससे किसानों को जायद फसलों की खेती के लिए खाद-बीज समेत अन्य इंतजाम करने में सहूलियत होगी। 

केंद्र सरकार की ओर से किसानों की मदद के लिए साल में छह हजार रुपये सम्मान निधि के रूप में दिए जाते हैं। हर चार माह के बाद किसानों के खाते में दो हजार रुपये की किस्त आती है। दसवीं किस्त दिसंबर माह में आई थी। ऐसे में मई में किसानों को ग्यारहवीं किस्त का इंतजार है। इसके लिए किसानों ने अपने पंजीकरण के साथ ई-केवाईसी भी कराया है। दरअसल, निष्प्रयोज्य खातों में भी सम्मान निधि का पैसा पहुंच जाता था। ऐसे में शासन ने इस बार पंजीकरण में ई-केवाईसी कराते हुए आधार से लिंक कराना अनिवार्य कर दिया था। ताकि निष्प्रयोज्य बैंक खातों में धनराशि न पहुंचने पाए। वहीं किसानों को भुगतान में किसी तरह की परेशानी न झेलनी पड़े।


2.29 लाख किसानों ने कराया है पंजीकरण

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए इस बार 2.29 लाख किसानों ने पंजीकरण कराया है। इससे पहले यह संख्या 2.19 लाख के आसपास थी। ऐसे में आधार वेरीफिकेशन व ई-केवाईसी प्रक्रिया के बाद लगभग 10 हजार लाभार्थी बढ़े हैं। कृषि विभाग के अनुसार लाभार्थियों का डेटा वेरीफिकेशन कर पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है। शासन स्तर से धनराशि ट्रांसफर होने के बाद किसानों के खाते में पहुंचेगी। 

अपात्रों को नहीं मिलेगा लाभ
कृषि उपनिदेशक विजेंद्र कुमार ने कहा कि अपात्रों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। विभाग की ओर से इसके लिए लाभार्थियों के डेटा का वेरीफिकेशन किया जाता है। जो भी अपात्र पाए जाते हैं, उनका नाम सूची से बाहर किया जाता है। इस बार मई के अंत में किसान सम्मान निधि का पैसा किसानों के खाते में आने की उम्मीद है।