किसान सम्मान निधि चाहिए तो कराएं ई-केवाईसी, अप्रैल में खाते में आएगी दो हजार की किस्त

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की दसवीं किस्त अप्रैल में लाभार्थियों के खाते में आएगी। सरकार ने अब बैंक खाते में ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए 31 मार्च तक की समयसीमा तय की गई है। किसानों को बैंक खाता व आधार से लिंक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना होगा। इसके आधार पर लाभार्थियों का सत्यापन करने के बाद किस्त भेजी जाएगी।
 

चंदौली। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 11वीं किस्त अप्रैल में लाभार्थियों के खाते में आएगी। सरकार ने अब बैंक खाते में ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए 31 मार्च तक की समयसीमा तय की गई है। किसानों को बैंक खाता व आधार से लिंक मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना होगा। इसके आधार पर लाभार्थियों का सत्यापन करने के बाद किस्त भेजी जाएगी। बिना केवाईसी वाले किसानों को मुश्किल का सामना करना पड़ सकता है। 

 

सहज जनसेवा केंद्र अथवा मोबाइल से स्वयं कर सकतें ई-केवाईसी   
ई-केवाईसी कराने के लिए किसानों को बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। किसान चाहें तो एंड्रायड मोबाइल से खुद ई-केवाईसी कर सकते हैं। पीएम किसान की वेबसाइट पर ई-केवाईसी के लिए अलग लिंक शुरू किया गया है। किसानों को इस पर क्लिक करना होगा। इसके बाद स्क्रीन पर एक कैप्चा खुलकर आएगा। इसका विवरण दर्ज करने के बाद आधार से लिंक मोबाइल नंबर दर्ज करने का विकल्प आएगा। इसको टाइप कर सबमिट करने पर मोबाइल पर एक ओटीपी जाएगी। ओटीपी को अंकित करने के बाद सत्यापन के लिए सबमिट का बटन दबाना होगा। इसके बाद खाते में ई-केवाईसी हो जाएगा। वहीं जिनका पहले से केवाईसी होगा, उनके स्क्रीन पर इसका मैसेज आएगा। 

बायोमेट्रिक सत्यापन प्रक्रिया 
जिन किसानों का मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है अथवा सत्यापन करते समय मोबाइल पर ओटीपी नहीं जा रहा, उन्हें सहज जनसेवा केंद्र से बायोमेट्रिक के जरिए ई-केवाईसी कराना होगा। यहां बायोमेट्रिक मशीन पर फ्रिंगर प्रिंट लगाने के साथ ही मोबाइल नंबर को भी आधार से लिंक कराना होगा। जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद खाते में ई-केवाईसी अपडेट हो जाएगा। 

जिले में 2.10 लाख किसानों को मिलता है लाभ 
कृषि उपनिदेशक विजेंद्र कुमार ने बताया कि जिले में लगभग 2.10 लाख किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ मिलता है। अप्रैल में जुलाई तक चार माह की दो हजार रुपये किस्त लाभार्थियों के खाते में भेजी जानी है। इसके लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य है। किसान नजदीकी सहज जनसेवा केंद्रों पर जाकर खाते में केवाईसी करा लें। बिना केवाईसी वाले बैंक खातों में निधि के भुगतान में दिक्कत हो सकती है।