नौकरी-पेशा लोगों ने सपा पर जताया भरोसा, भाजपा को कम मिले पोस्टल बैलेट के वोट

विधानसभा चुनाव में जनता ने भले ही भाजपा पर भरोसा जताया हो, लेकिन नौकरी-पेशा ने सपा को तरजीह दी। सपा प्रमुख अखिलेश सिंह यादव ने अपनी जनसभाओं में नौकरी पेशा लोगों के लिए तमाम घोषणाएं की थीं। ऐसे में सर्विस वोटरों ने इस बार परिवर्तन के लिए वोट दिया। 
 

चंदौली। विधानसभा चुनाव में जनता ने भले ही भाजपा पर भरोसा जताया हो, लेकिन नौकरी-पेशा ने सपा को तरजीह दी। सपा प्रमुख अखिलेश सिंह यादव ने अपनी जनसभाओं में नौकरी पेशा लोगों के लिए तमाम घोषणाएं की थीं। ऐसे में सर्विस वोटरों ने इस बार परिवर्तन के लिए वोट दिया। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भाजपा उम्मीदवारों से कई गुना अधिक वोट सपा प्रत्याशियों को पोस्टल बैलेट से मिले। 

चकिया विधानसभा में पोस्टल बैलेट से कुल 844 वोट पड़े थे। सपा प्रत्याशी जितेंद्र कुमार को पोस्टल बैलेट से 550 वोट मिले, जबकि भाजपा के कैलाश को 212 मत मिले। इसके अलावा बसपा के विकास आजाद को 67 मत मिले। इसी तरह अन्य प्रत्याशी दहाई का आंकड़ा नहीं पार कर सके। एक मतदाता ने नोटा का विकल्प चुना था। मुगलसराय में भाजपा प्रत्याशी रमेश जायसवाल को 262 तो सपा के चंद्रशेखर को 476, बसपा के इरशाद अहमद को 112, कांग्रेस के छब्बू पटेल को आठ, समग्र उत्थान पार्टी के अजीत कुमार सिंह को एक वोट मिला। इसी तरह अन्य प्रत्याशियों को एक अथवा दो वोट मिले। पोस्टल बैलेट से कुल 879 मत पड़े थे। सैयदराजा में पोस्टल बैलेट से कुल 1174 वोट पड़े थे। इसमें बसपा के अमित यादव लाला को 154, सपा के मनोज कुमार को 654 तो भाजपा के सुशील सिंह को 345 वोट मिले। इसी तरह कांग्रेस, जन अधिकार पार्टी व अन्य दलों के प्रत्याशियों को दो-चार वोट मिले थे। दो मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना था। इसी तरह सकलडीहा विधानसभा में पोस्टल बैलेट से 1713 वोट पड़े थे। सपा प्रत्याशी प्रभुनारायण सिंह यादव को 1091 वोट मिले। भाजपा के सूर्यमुनी तिवारी को 402, बसपा के जयश्याम को 253 वोट मिले। इसी तरह अन्य दलों के प्रत्याशियों को भी दो-तीन वोट मिले। एक मतदाता ने किसी प्रत्याशी पर भरोसा न जताते हुए नोटा का विकल्प चुना।