डीएम ने पौधरोपण की तैयारी की समीक्षा की, अधिकारियों से सूख चुके व जीवित पौधों की रिपोर्ट मांगी, बोले, फर्जी डेटा न भरें अफसर  

पौधरोपण को लेकर अफसरों की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें आगामी मानसून सीजन में होने वाले पौधारोपण को लेकर स्थान चयन, गड्ढों की खोदाई आदि के बाबत चर्चा की गई। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने सुस्ती पर नाराजगी जताई। उन्होंने पिछले साल पौधरोपण के दौरान रोपे गए पौधों की डिटेल तलब की। बोले, अफसर इस बात की पड़ताल कर जल्द रिपोर्ट दें कि कितने पौधे सूख गए और कितने जीवित हैं।
 

चंदौली। पौधरोपण को लेकर अफसरों की बैठक शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें आगामी मानसून सीजन में होने वाले पौधारोपण को लेकर स्थान चयन, गड्ढों की खोदाई आदि के बाबत चर्चा की गई। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने सुस्ती पर नाराजगी जताई। उन्होंने पिछले साल पौधरोपण के दौरान रोपे गए पौधों की डिटेल तलब की। बोले, अफसर इस बात की पड़ताल कर जल्द रिपोर्ट दें कि कितने पौधे सूख गए और कितने जीवित हैं। जो पौधे जीवित हैं, उनके संरक्षण की मुकम्मल व्यवस्था की जाए। चेताया कि अधिकारी ईमानदारी के साथ रिपोर्ट तैयार करें। फर्जी डेटा भरने वालों की खैर नहीं। 


डीएम ने कहा कि तहसील व ब्लाक स्तर पर बंजर जमीन चिह्नित की जाए। इसका उपयोग पौधरोपण, तालाब की खोदाई व चारागाह के लिए किया जाए। पिछले पौधरोपण के दौरान जित स्थानों पर पौधे सूख गए, उन्हें नवीन कार्ययोजना में शामिल किया जाए। पौधरोपण के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें। प्रभागीय वनाधिकारी मातहतों के साथ मीटिंग कर रूपरेखा तैयार कर लें। वहीं बीडीओ भी अपने स्तर से इसकी तैयारी कर लें। कहा कि स्कूलों में रोपित होने वाले पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी शिक्षकों की होगी। पौधारोपण में सभी बीईओ, प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी, एडीओ पंचायत व सचिव सहयोग करेंगे। जिन स्थानों पर जलजमाव की स्थिति रहती है, वहां अर्जुन के पौधे लगाए जाएं। वहीं झाड़ी वाले स्थानों पर झाड़ीदार पौधे रोपित कराए जाएं। डीएम ने पर्यावरण संरक्षण व गंगा निर्मलीकरण पर जोर दिया। कहा कि गंगा में नाले नहीं गिरने चाहिए। तटवर्ती गांवों में अभियान चलाकर ग्रामीणों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया जाए। उनसे गंगा को निर्मल रखने की अपील करें। ग्रामीणों को खुले में शौच न करने व गंगा में मृत पशुओं के शव न बहाने के लिए जागरूक करें। सीडीओ अजितेंद्र नारायण, डीएफओ दिनेश सिंह, सीएमओ डा. वाईके राय, सीवीओ डा.य एके वैश्य समेत अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।