आश्रय स्थलों में पशुओं को गर्मी से बचाव के रहें मुकम्मल इंतजाम, सीडीओ ने तैयारी का जाना हाल 

पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने गोवंश आश्रयस्थलों में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने आश्रय स्थलों में चारा, पेयजल, छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। लापरवाही पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। 
 

चंदौली। पशुपालन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इसमें सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने गोवंश आश्रयस्थलों में व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने आश्रय स्थलों में चारा, पेयजल, छाया की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। लापरवाही पर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी। 

उन्होंने कहा कि प्रत्येक ब्लाक में पांच सौ क्विंटल भूसा की व्यवस्था की जानी है। इस तरह से सभी ब्लाकों में कुल 4500 क्विंटल भूसा की व्यवस्था की जानी है। उन्होंने किसानों के खेतों में हार्वेस्टर से काटकर पड़ी हुए ढूंढ से भूसा बनवाने का सुझाव दिया। बोले, कृषि विभाग किसानों के साथ समन्वय स्थापित कर ढूंढ से भूसा बनवाए। इसके बाबत किसानों से अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त कर लें। ताकि किसी तरह की दुविधा न होने पाए। शासन की ओर से सौ दिनों में एक हजार पशुओं को आश्रय स्थलों में संरक्षित रखने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए आश्रय स्थलों में अतिरिक्त शेड, भूसा, पानी व गर्मी से बचाव की व्यवस्था की जानी है। सीड़ीओ ने क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत के मद से कैटल कैचर क्रय की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने हिदायत दी कि संबंधित विभाग गोसंरक्षण की मुहिम में सहयोग करें। सभी बीडीओ अपने-अपने ब्लाकों में गोवंश आश्रय स्थलों में सुविधाओं की समीक्षा करते रहें। जहां कमी पाई जाए, उसे तत्काल दूर कराया जाना चाहिए। सीडीओ डा. एके वैश्य, डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे, कृषि अधिकारी बसंत कुमार दुबे, समस्त एसडीएम, बीडीओ व सभी पशु चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।