जिला अस्पताल में शुरू हुआ क्लबफुट क्लीनिक, देश का 100वां जिला बना चंदौली, डीएम ने किया उद्घाटन 

जिला अस्पताल में अब जन्मजात विकृति वाले बच्चों का इलाज भी सुलभ होगा। इसके लिए क्लबफुट क्लीनिक का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने इसका उद्घाटन किया। इसके साथ अतिपिछड़ा जिला देश के 100 जनपदों की सूची में शामिल हो गया, जहां यह सुविधा है। हर शुक्रवार को सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक क्लीनिक का संचालन किया जाएगा।
 

चंदौली। जिला अस्पताल में अब जन्मजात विकृति वाले बच्चों का इलाज भी सुलभ होगा। इसके लिए क्लबफुट क्लीनिक का गुरुवार को शुभारंभ हुआ। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने इसका उद्घाटन किया। इसके साथ अतिपिछड़ा जिला देश के 100 जनपदों की सूची में शामिल हो गया, जहां यह सुविधा है। हर शुक्रवार को सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक क्लीनिक का संचालन किया जाएगा। 

जन्मजात विकृति क्लबफुट (पैरों से टेढ़े-मेढ़े) वाले बच्चों के इलाज की सुविधा नहीं थी। इससे परेशानी होती थी। जिला संयुक्त चिकित्सालय में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के तहत मिरेकल फीट इंडिया संस्था के सहयोग से क्लबफुट क्लीनिक की शुरुआत की गई है। क्लबफुट के इलाज की समस्या को दूर करने में मिरेकल फीट इंडिया अहम भूमिका निभाएगा। जिलाधिकारी ने क्लबफुट से ग्रसित बच्चों का हाल जाना। उनके परिजनों से उपचार के बारे में जानकारी ली। इसके पश्चात क्लीनिक में उपलब्ध प्लास्टर, ब्रेसेस के बारे में जानकारी ली। इसके बाद चिकित्सालय सभागार में केक काटकर बच्चों को खिलाया। उन्होंने कहा कि पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में हर शुक्रवार को सुबह आठ बजे से दो बजे तक साप्ताहिक क्लबफुट क्लीनिक का संचालन किया जाएगा। नीति आयोग ने चंदौली को अतिपिछड़ा जिला घोषित किया है। जिले के विकास के लिए तमाम योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस सेंटर की बदौलत क्लबफुट के साथ पैदा बच्चों के इलाज में मदद मिलेगी। इससे स्वास्थ्य सूचकांकों में भी सुधार होगा। जनपद में कहीं भी क्लबफुट से ग्रसित बच्चे पाए जाते हैं तो क्षेत्रीय स्तर पर आशा-आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर आरबीएसके टीम के माध्यम से उसका जल्द से जल्द समुचित उपचार कराया जाएगा। 


क्लबफुट एक जन्मजात विकृति
सीएमओ डा. वाईके राय ने बताया कि क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है। इसमें बच्चे के पैर अंदर की ओर मुड़ जाते हैं। मिरेकलफीट इंडिया क्लबफुट की समस्या को दूर करने के लिए काम कर रहा है। ऐसे बच्चों की जल्दी ही पहचान कर उनका जल्द से जल्द इलाज कराने की कोशिश की जा रही है। ताकि उन्हें इससे निजात दिलाई जा सके। उन्होने कहा कि जन्मजात विकृति क्लबफुट के इलाज के लिए बच्चों की पहचान करने और उन्हें रेफर करने में फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और आरबीएसके टीम के सदस्यों की ओर से सराहनीय प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ, कास्टिंग टेक्नीशियन व अन्य अस्पताल कर्मी बच्चों के इलाज में जुटे रहते हैं।


 

देश का 100वां जिला बना चंदौली

मिरेकल फीट संस्था ने जुलाई 2018 से देश में बच्चों के नि:शुल्क इलाज के लिए क्लब फुट क्लीनिक शुरू किए| जनपद चंदौली देश का 100वां जिला बन गया है, जहां यह चिकित्सा सुविधा उपलब्ध है। भारत के नौ राज्यों यथा उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, नागालैंड, मिजोरम और महाराष्ट्र में आरबीएसके और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के साथ काम कर रहा है। इस मौके पर सीएमएस उर्मिला सिंह, नोडल अधिकारी व एसीएमओ डा यूके सान्याल, जिला प्रबन्धक आरबीएसके डीईआईसी डा. एसएन पाठक, मिरेकलफीट की प्रोग्राम एक्जीक्यूटिव नेहल कपूर, ब्रांच मैनेजर भूपेश सिंह, प्रोग्राम आफिसर आनंद कुमार रहे।