एक अप्रैल से शुरू हो जाएंगे 20 क्रय केंद्र, ई-पाप मशीन से होगी खरीद 

जिले में गेहूं खरीद की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हो जाएगी। पहले 20 क्रय केंद्र खोले जाएंगे। गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराने वाले किसान अपनी उपज यहां बेच सकते हैं। जीपीएस सिस्टम अपडेटेड ई-पाप मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद किसानों की उपज खरीदी जाएगी। इससे पारदर्शिता बरकरार रहेगी।
 

चंदौली। जिले में गेहूं खरीद की प्रक्रिया एक अप्रैल से शुरू हो जाएगी। पहले 20 क्रय केंद्र खोले जाएंगे। गेहूं बेचने के लिए पंजीकरण कराने वाले किसान अपनी उपज यहां बेच सकते हैं। जीपीएस सिस्टम अपडेटेड ई-पाप मशीन पर अंगूठा लगवाने के बाद किसानों की उपज खरीदी जाएगी। इससे पारदर्शिता बरकरार रहेगी। 

गेहूं की फसल अब तैयार होने के कगार पर है। ऐसे में शासन-प्रशासन ने सरकारी खरीद के लिए तैयारी शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने फिलहाल २० क्रय केंद्रों को खोलने की अनुमति दी है। मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी समेत जिले के प्रमुख नगरों व कस्बों में क्रय केंद्र खोले जाएंगे। पंजीकरण कराने वाले किसानों से अनाज खरीदा जाएगा। किसानों को ई-पाप मशीन पर अंगूठा लगाना होगा। इससे किसानों व उनके परिवार के सदस्यों का आधार प्रमाणीकरण किया जाएगा। इससे इस बात की पुष्टि होगी कि पंजीकरण कराने वाले किसान ने अपनी उपज बेची है। किसानों के खाते में निर्धारित समय के अंदर पैसा भेजना होगा। 


सत्यापित मात्रा के अनुसार ही बेच सकेंगे अनाज 
किसानों को खाद्य व रसद विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना होगा। सैकड़ों अन्नदाताओं ने अपना पंजीकरण भी कराया जा चुका है, लेकिन तहसील प्रशासन की ओर से सत्यापन के बाद ही किसान अपनी उपज बेच सकेंगे। दरअसल, किसानों के पंजीकरण में जमीन का रकबा दर्ज है। लेखपाल व एसडीएम स्तर से इसका सत्यापन किया जाएगा। शासन के प्रति हेक्टेयर उपज बेचने की मात्रा के मानक के अनुरूप ही काश्तकार अपनी उपज बेच सकेंगे। 


गेहूं खरीद की होगी निगरानी 
जिला खाद्य व विपणन अधिकारी अनूप कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि गेहूं खरीद की प्रक्रिया को पारदर्शी व सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। ई-पाप मशीन से अनाज की खरीद होगी। वहीं पूरी प्रक्रिया की निगरानी की जाएगी। किसानों को बेवजह परेशान करने वाले केंद्र प्रभारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।