भदोही : सफाईकर्मियों की नियुक्ति के मामले में सांसद ने फूंकी जान, मुख्यमंत्री तक पहुंचा मामला
भदोही संवाददाता : मिथिलेश द्विवेदी
भदोही। भाजपा सांसद डॉक्टर रमेश चंद बिंद ने भदोही में वर्षों से लंबित पड़ी सफाई कर्मियों की नियुक्ति के मामले में नये सिरे से जान फूंकी है। लोकसभा में मामला उठाने के बाद सांसद ने इस मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया है। भाजपा सांसद ने मुख्यमंत्री को पत्र देकर अवगत कराया कि प्रदेश के कुल 75 में 74 जिलों में सफाई कर्मियों की नियुक्ति हो चुकी है, लेकिन भदोही जिले में सफाई कर्मियों की नियुक्ति लंबित पड़ी हुई है।
उन्होंने बताया कि शासन के आदेश संख्या दिनांक एक मार्च 2008 के क्रम में भदोही जिले में कुल 1264 पदों के सापेक्ष 16 जून को सफाई कर्मियों के पदों पर नियुक्त करने के लिए आवेदन पत्र का विज्ञापन निकाला गया। इस दौरान प्राप्त कुल आवेदन पत्र के क्रम में साक्षात्कार 16 सितंबर 2008 को प्रारंभ होकर चार अक्टूबर 2008 को समाप्त हुआ। इस क्रम में तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा साक्षात्कार के आकस्मिक निरीक्षण में अनियमितता पाई गई थी। इस पर जिलाधिकारी द्वारा चयन प्रक्रिया व आवेदन को निरस्त कर दिया गया।
इस संबंध में शासन द्वारा दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार जिलाधिकारी ने उक्त निर्देश के क्रम में तत्कालीन जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा पुनः आवेदन प्राप्त हेतु विज्ञापन कराया गया और आवेदन प्राप्त किए गए। प्रथम बार के सफाई कर्मी अभ्यर्थियों द्वारा उच्च न्यायालय इलाहाबाद में रिट याचिका दायर किया गया। उक्त वाद में उच्च न्यायालय ने अंतरिम आदेश 18 दिसंबर 2008 को देते हुए आदेशित किया कि विज्ञापन के आधार पर नई नियुक्ति नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी के अर्द्ध शासकीय पत्र दिनांक 14 मार्च 2014 के क्रम में प्रमुख सचिव पंचायती राज उत्तर प्रदेश शासन ने जनपद भदोही के सफाई कर्मियों के पदों पर नियमित चयन हेतु प्रचलित संपूर्ण भर्ती प्रक्रिया को निरस्त कर दिया।
सांसद डॉ. रमेश चंद्र बिन्द ने मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुए बताया कि इसके चलते सफाई कर्मियों की नियुक्ति भदोही जिले में नहीं हो पाई है। सांसद ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए भदोही की जनता और सफाई कर्मियों की समस्याओं के मद्देनजर रुकी हुई सफाई कर्मियों की भर्ती को कराने के संबंध में सहमति और स्वीकृति प्रदान करने की मांग की है।