बलिया : पेट्रोल पंप के मैनेजर ने रची थी लूट की झूठी कहानी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

विगत 23 जुलाई को पेट्रोल पम्प मालिक शम्भू प्रसाद गुप्ता के मैनेजर संजय कुमार गोंड़ द्वारा बैंक में पैसा जमा करने जाते समय हुई लूटपाट की घटना में बलिया पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। इस घटना का मुख्य आरोपी बैंक का कैशियर ही निकला, जिसने अपने साथियों संग मिलकर लूट की झूठी कहानी बनायी थी।
 

बलिया। विगत 23 जुलाई को पेट्रोल पम्प मालिक शम्भू प्रसाद गुप्ता के मैनेजर संजय कुमार गोंड़ द्वारा बैंक में पैसा जमा करने जाते समय हुई लूटपाट की घटना में बलिया पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। इस घटना का मुख्य आरोपी बैंक का कैशियर ही निकला, जिसने अपने साथियों संग मिलकर लूट की झूठी कहानी बनायी थी।

बता दें कि, उक्त घटना के के संबंध में अज्ञात मोटर साइकिल सवार व्यक्तियों द्वारा मैनेजर से पैसे लूट लेने के संबन्ध में बांसडीह थाना में मुकदमा दर्ज कराया गया था। घटना के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में टीम गठित की गई और पुलिस टीम के अथक प्रयास के बाद इस घटना का सफल अनावरण हुआ। जिसमें यह सामने आया कि मैनेजर संजय गोंड़ ही घटना का मुख्य साजिशकर्ता है, उसने ही अपने साथी लालकेश्वर यादव, पिन्टू मिश्रा, सोनू गोंड़, धनजी बिन्द, अवधेश यादव के साथ योजनाबद्ध तरीके से पैसा जमा करने जाते समय अपने सहअभियुक्तों को दे दिया और घायल होने तथा लूट की घटना का झूठा नाटक किया कि अज्ञात बदमाशों द्वारा पैसा लूट लिया गया है।
                                                                                                                                                                                        

अभियुक्त संजय गोंड़ ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह एसार पेट्रोल पम्प पर पिछेल 4-5 वर्षों से काम कर रहा था, उसने कुछ लोगो से कर्ज ले लिया था। जिसे चुकता करने व मकान का कार्य कराने हेतु उसकी नियत खराब हो गयी और उसने अपने साथियों के साथ मिलकर योजनाबद्ध तरीके से इस झूठी घटना को अंजाम दिया ।
                                                                                                                                                                                              

उक्त घटना का सफल अनावरण करते हुए बांसडीह प्रभारी निरीक्षक व SOG टीम ने अभियुक्त की निशानदेही पर 6,50,000 रुपए बरामद किया और घटना में शामिल पांचों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।