ई-टिकट का अवैध कारोबार करने वाले टिकट दलाल की गिरफ्तारी

सीआईबी की टीम ने शनिवार को फर्जी आईडी से रेलवे का ई टिकट बनाकर अवैध रूप से बेचने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्तों के कब्जे से रेलवे ई टिकट बनाने में प्रयुक्त एक लैपटॉप, 2 मोबाइल फोन और 7 सामान्य/तत्काल रेलवे ई टिकट, जिसकी कीमत 14258/- रुपये होगी बरामद किया गया।
 

बलिया। सीआईबी की टीम ने शनिवार को फर्जी आईडी से रेलवे का ई टिकट बनाकर अवैध रूप से बेचने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। दोनों अभियुक्तों के कब्जे से रेलवे ई टिकट बनाने में प्रयुक्त एक लैपटॉप, 2 मोबाइल फोन और 7 सामान्य/तत्काल रेलवे ई टिकट, जिसकी कीमत 14258/- रुपये होगी बरामद किया गया।

सीआइबी निरीक्षक अभय कुमार राय व प्रभारी निरीक्षक ए के सिंह ने सूचना के आधार पर सयुंक्त रूप से लट्ठुडीह (गाजीपुर) स्थित बिरजू सॉफ्टवेयर सोलुशन नामक दुकान के संचालक बिरजू चौहान (31) व उसके साथी अमित चौहान (32) निवासी बलिया को फेक नाम पत्ते से आईआरसीटीसी की कुल 16 फर्जी पर्सनल आईडी (DELTA सॉफ्टवेयर के माध्यम से तैयार) कर तथा उसपर रेलवे का ई टिकट बनाकर अवैध रूप से बेचने के जुर्म में समय गिरफ्तार किया गया।

पूछताछ में पकड़े गए उपरोक्त अभियुक्तों ने बताया कि वे फर्जी नाम पत्ते से आईआरसीटीसी की पर्सनल यूजर आईडी बनाकर उस पर जरूरमंद व्यक्तियों/एजेंटों से रेलवे टिकटों का आर्डर प्राप्त कर तथा ई टिकट बनाकर ग्राहकों को ₹500 से 1000 रुपये प्रति टिकट लाभ लेकर बेचते है। उपरोक्त सभी IRCTC आईडी, मोबाइल व लैपटॉप को चेक करने पर कुल 7 सामान्य/तत्काल रेलवे ई टिकट कीमती 14258/- रुपये  का टिकट प्राप्त हुआ जो तत्काल टिकट हैं।
                                                                                                                                                                                  

अभियुक्तों ने करीब 2-3 वर्षों से इस अनाधिकृत व गैरकानूनी कार्य में संलिप्त होना स्वीकार किया। उनके द्वारा ग्राहकों से प्राप्त आर्डर को  प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर रेड मिर्ची व रेडबुल का पहले तथा वर्तमान में डेल्टा सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके बनाया जाना स्वीकार किया। अभियुक्तों के लैपटॉप में DELTA  सॉफ्टवेयर इंस्टॉल पाया गया, जिसे उसके द्वारा UPI से पेमेंट कर ऑनलाइन खरीदना बताया गया। बता दें कि अभियुक्त आईआरसीटीसी का अधिकृत एजेंट भी हैं।

अभियुक्तों के खिलाफ रेसुब पोस्ट बलिया पर मुकदमा पंजीकृत किया गया।