युवाओं ने पोस्टर के जरिये हरित सफर को किया जागरूक, बताया, कैसा हो बनारस का ट्रांसपोर्टेशन 

शहर में स्वच्छ और समावेशी शहरी परिवहन व्यवस्था के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए क्लाइमेट एजेंडा द्वारा संचालित "हरित सफर" अभियान के अंतर्गत पोस्टर मेकिंग और सभा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के मधुबन पार्क में आयोजित किया गया, जहां युवाओं ने अपने विचारों और मांगों को पोस्टर्स के जरिए उकेरा।
 

वाराणसी। शहर में स्वच्छ और समावेशी शहरी परिवहन व्यवस्था के महत्व पर जागरूकता फैलाने के लिए क्लाइमेट एजेंडा द्वारा संचालित "हरित सफर" अभियान के अंतर्गत पोस्टर मेकिंग और सभा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर के मधुबन पार्क में आयोजित किया गया, जहां युवाओं ने अपने विचारों और मांगों को पोस्टर्स के जरिए उकेरा।

"हरित सफर" अभियान का उद्देश्य शहरी परिवहन को स्वच्छ ईंधन से संचालित और समावेशी बनाना है, जिससे सभी वर्गों के लिए सुविधाजनक, किफायती और सुरक्षित यातायात प्रणाली सुनिश्चित हो सके। इस कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने स्वच्छ, सुविधाजनक और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन व्यवस्था की मांग को स्लोगन राइटिंग और पेंटिंग के माध्यम से व्यक्त किया।

क्लाइमेट एजेंडा की डायरेक्टर, एकता शेखर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शहरी परिवहन प्रणाली, शहरी योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। बनारस सहित उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर तेजी से निर्माण कार्य हो रहे हैं, लेकिन स्वच्छ शहरी परिवहन के लिए बुनियादी सुविधाओं जैसे फुटपाथ, साइकिल लेन, स्ट्रीट लाइट, सीसीटीवी कैमरे, ग्रीन बेल्ट, बस स्टॉप्स और इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशनों का विकास जरूरी है।

उन्होंने यह भी कहा कि शहरी योजना को सफल बनाने के लिए नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जैसे विभिन्न सरकारी विभागों को मिलकर काम करना होगा। कार्यक्रम में कई छात्रों ने भाग लिया, जिनमें अर्पित तिवारी, अनुभव कश्यप, निदा बानो, हिमांशु कुमार, पवन सोनकर, अमन यादव, और अर्पिता सिंह सहित अन्य छात्र-छात्राएं शामिल थे। युवाओं की यह पहल शहर को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त परिवहन प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।