वाराणसी में पर्यावरण संरक्षण पर युवाओं का संवाद, जल-जंगल-जमीन बचाने की पहल
वाराणसी। पर्यावरण संरक्षण और साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए बुधवार को मैदागिन स्थित भारतेंदु हरिश्चंद्र उद्यान में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि और सिप्पा के संयुक्त तत्वावधान में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में युवाओं के साथ पर्यावरण के विभिन्न आयामों पर संवाद हुआ, जिसमें पांच ज - जन, जल, जमीन, जंगल और जानवर - के संरक्षण पर विशेष जोर दिया गया।
कार्यशाला में घरेलू कचड़ा प्रबंधन, जल संरक्षण और पौधरोपण के सस्ते व टिकाऊ उपाय सिखाए गए। सिंगल यूज प्लास्टिक के रीसाइक्लिंग और रीयूज के लिए इको ब्रिक्स बनाने की तकनीक पर जोर दिया गया, जिसमें खाली प्लास्टिक बोतलों में बेकार पॉलीथिन भरकर उपयोगी वस्तुएं बनाई जा सकती हैं। साथ ही, कम खर्च में अधिक पौधरोपण के लिए सीड बॉल के उपयोग को प्रोत्साहित किया गया। मां गंगा और जल संरक्षण के महत्व पर भी चर्चा हुई।
कार्यक्रम में काशी हिंदू विश्वविद्यालय और डीएवी पीजी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली अपनाने और प्राकृतिक संसाधनों के सीमित उपयोग के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया। कार्यशाला का संयोजन डीएवी पीजी कॉलेज की अर्थशास्त्र विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. आहुति सिंह (ईएनओ) ने किया।
कार्यक्रम में पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के शिवेश्वर राय, नमामि गंगे गंगा विचार मंच के जिला संयोजक शिवम अग्रहरि, सिप्पा के प्रतीक, राजा, जयशंकर, हिमांशु, वनिता, संजय सेठ सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहीं। इस पहल को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है।