लोकतंत्र से तानाशाही की ओर बढ़ रहा देश, यशवंत राव अंबेडकर ने राजनीतिक परिस्थितियों पर जताई चिंता 

संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के सुपौत्र यशवंत राव अंबेडकर ने देश की मौजूदा स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाराणसी पहुंचे यशवंत राव ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि भारत अब लोकतंत्र से तानाशाही की ओर तेजी से बढ़ रहा है।
 

वाराणसी। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर के सुपौत्र यशवंत राव अंबेडकर ने देश की मौजूदा स्थिति को लेकर गहरी चिंता जताई है। अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने वाराणसी पहुंचे यशवंत राव ने मीडिया से बातचीत में आरोप लगाया कि भारत अब लोकतंत्र से तानाशाही की ओर तेजी से बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियां और सरकार की नीतियां देश को लोकतांत्रिक मूल्यों से दूर ले जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आम नागरिकों की आवाज को दबाया जा रहा है और असहमति जताने वालों पर कार्रवाई की जा रही है, जो एक स्वस्थ लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत है।

पूर्वोत्तर भारत को लेकर भी यशवंत राव अंबेडकर ने गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि 'सेवन सिस्टर' राज्यों की सुरक्षा पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं। खासकर 'चिकन नेक' कहे जाने वाले संवेदनशील क्षेत्र के ठीक नीचे बांग्लादेश में खाली पड़े एयरबेस और ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन द्वारा बांध निर्माण जैसी गतिविधियां भारत की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि चीन कूटनीतिक रणनीति के तहत भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। सरकार को इस ओर सख्त रुख अपनाने की आवश्यकता है। यशवंत राव ने कहा कि इन मुद्दों पर देशवासियों को जागरूक और सतर्क रहना होगा, तभी भारत की लोकतांत्रिक और क्षेत्रीय अखंडता सुरक्षित रह सकेगी।