युवा प्रतिभा की खोज के लिए होगी काशी में कुश्ती का आयोजन
वाराणसी। होटल ताज गंगे में बुधवार दोपहर 1 बजे पत्रकार वार्ता वर्ल्ड प्रोफेशनल रेसलिंग हब के तत्वावधान में आयोजित किया गया। पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुये कुश्ती के अन्तराष्ट्रीय खिलाड़ी संग्राम सिंह ने कहा कि कुश्ती भारत की सबसे प्राचीन एवं पारम्परिक खेल है जो भारत के हर गांव, नगर एवं मोहल्ले में शौर्य के रूप अनादिकाल से होती चली आ रही है, जो वर्तमान समय में विलुप्त हो रही है। जिसे पुनः पुर्नस्थापित करने के उद्देश्य से आईपील एवं प्रो कबड्डी के तर्ज पर 'कुश्ती' को बढ़ावा देने हेतु कुश्ती कला मे 'युवा प्रतिभा खोज' के उद्देश्य से भारत के विभिन्न प्रान्तों में कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन कर फाईनल कुश्ती दुबई में 24 फरवरी 2024 को आयोजित है।
संग्राम सिंह ने कहा कि काशी की कुश्ती का अनोखा एवं गौरवशाली इतिहास है, कुश्ती विधा में तकनीकि दाव पेच कला की कुश्ती को काशी के पहलवानों ने भारत ही नहीं दुनिया को तकनीकी कुश्ती का मार्ग दिखाया है। जिसका सम्मान करते हुये 'वर्ल्ड प्रोफेशनल रेसलिंग हब' एवं 'फीट इण्डिया' के तत्वावधान में भारत में होने वाली कुश्ती प्रतियोगिताओं का शुभारम्भ 13 जनवरी 2024 को काशी कृषक इण्टर कालेज रिंग रोड चौराहा हरहुआ, वाराणसी से करने का हम सबने निर्णय लिया है। जिसमे पुरूष भार वर्ग मे 57 किलो, 65 किलो एवं 76 किलो तथा महिला भार वर्ग में 50 किलो, 57 किलो एवं 65 किलो, तीनों भार वर्गों के प्रथम स्थान को 51000 रूपया द्वितीय स्थान को 25000 रूपया एवं तृतीय स्थान पर रहे। दोनो पहलवानों को 11000 रूपये का ईनाम सहित पुरस्कार सामग्री विजयी पहलवानों को दी जायेगी तथा क्वाटर फाईनल में कुश्ती लड़ने सहित प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन वाले पहलवानों को विशेष सान्त्वना पुरस्कार दिया जायेगा।
संग्राम सिंह ने कहा कि व्यवस्था के अभाव में दब रही प्रतिभा की खोज कर उनके कुशल प्रशिक्षण, उत्तम खोराक सहित उनके पहलवानी की सम्पूर्ण जिम्मेदारी वर्ल्ड प्रोफेशनल रेसलिंग हब निर्वहन करेगा और बहुत जल्द काशी में एक उत्कृष्ट कुश्ती अकेडमीक संस्था स्थापित करके कुशल संचालन करेगी। जिसमे कुशल प्रशिक्षण से लेकर आवासीय व्यवस्था संस्था करेगी।