विश्व दिव्यांगता दिवस पर दिव्यांगों को मिली खुशियों की सौगात, खुशी की उड़ान संस्था ने ओढ़ाया उम्मीद का छाव
वाराणसी। पूरे देश में विश्व दिव्यांग दिवस प्रधानमंत्री के प्रेरणा से मनाया जा रहा है। वहीं हमेशा से अनूठी पहल करती आई संस्था 'खुशी की उड़ान' ने विश्व दिव्यांग दिवस पर उनको सबल बनाने का प्रयास किया। विश्व दिव्यांग दिवस पर दिव्यांग भाई बहनों का सहारा उनका पैर उनका ट्रायसाइकिल होता है, जब कभी वो बाहर निकले हो और अचानक से बारिश होने लगें उस समय सभी सामान्य लोग घरों एवं छतों वाले स्थान में रुककर अपने को बारिश से सुरक्षित कर लेते है, परंतु दिव्यांग भाइयों को बारिश और धूप का सामना सड़क पर भींगते-तपते हुए करना पड़ता है।
इसी समस्या को आत्मीयता से महसुस कर खुशी की उड़ान संस्था की मुहिम "ओढ़ा दो जिंदगी" के तहत रविवार को पीडीडीयू नगर के गुरुद्वारे पर अवतार हीरो के अधिष्ठाता अवतार सिंह के सहयोग से दिव्यांगजनों के ट्राईसाइकिल पर छतरी "खुशी की उड़ान" संस्था के तरफ से नि:शुल्क लगायी गयी।
इस अवसर पर दिव्यांगों को उनकी ताकत का एहसास करवाते हुए संस्था की संस्थापिका सारिका दूबे ने कहां कि दिव्यांगता अभिशाप नहीं अवसर है। अवसर है खुद को स्थापित करने का, अवसर है खुद को साबित करने का। सूरदास आंखों के अंधे होने के बाद भी जो ज्ञान का प्रकाश दिए है, उसकी ज्योति आज भी सारे संसार मे अलौकिक हो रही है। वहीं दिव्यांगों के अंदर ऊर्जा भरते हुए अवतार सिंह ने कहा कि "जीत तब ज्यादा सुनिश्चित होती है जब आप यह खुद से कहने लगते है कि मैं जीत कर रहूंगा, अर्थात् संकल्प से बड़ा आपका कोई अंग नहीं कोई सहारा नहीं।"
वहीं संस्था के महासचिव देव जायसवाल ने कहा कि दिव्यांगों की सेवा देव सेवा के समान हैं, आज विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगों के ट्राइसाइकिल के ऊपर लगी हुई छतरी से दिव्यांगों के चेहरे पे आई मुस्कान हमें उनका आशीर्वाद दे रही है। कई वर्षों से हमारी संस्था दिव्यांगों की सेवा करती आ रही है।
इस पुनीत कार्यक्रम के दिन लोग संस्था के पदाधिकारियों में से महासचिव देव जायसवाल, कोषाध्यक्ष चितेश्वर सेठ, सचिव विकाश गुप्ता, रितिक, मीडिया हेड सुदीक्षा दुबे, सदस्य प्रियंका गुप्ता एवं अन्य लोग उपस्थित रहे।