बरेका चिकित्सालय में अस्थमा एवं सीओपीडी (COPD) पर कार्यशाला सम्पन्न
वाराणसी। 2 जनवरी मंगलवार को केन्द्रीय चिकित्सालय, बरेका, वाराणसी के सेमिनार हॉल में अस्थमा एवं सीओपीडी (COPD) पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुये प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी बरेका डॉ. देवेश कुमार ने बताया कि वर्तमान में अत्यधिक बढ़ती हुई वायु प्रदूषण के कारण हल्की अस्थमा को भी गंभीरता से लिया जाना चाहिए तथा इसके उपचार पर पूरा ध्यान दिया जाना चाहिए, क्योंकि अभी भी 15 से 20 प्रतिशत वयस्कों की मृत्यु अस्थमा के कारण हो जा रही है और अच्छी-खासी संख्या में एक्यूट अस्थमा के भी अटैक होते रहते हैं, जिसके कारण उनके जीवनचर्या के साथ ही साथ साजाजिक, आर्थिक स्थिति पर भी दुष्प्रभाव पड़ता है।
कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एस.के. शर्मा ने बताया कि अभी हाल ही में जारी GINA (जीना) 2023 गाइडलाइन के अनुसार अस्थमा के मेंटनेंस उपचार कंट्रोल रिलिवर और एंटी इंफ्रामिट्री रिलिवर तथा मेंटनेंस एंड रिलिवर थेरेपी (MART) के रूप में अस्थमा के उपचार पर बल दिया गया है। सेमिनार में उपस्थित सभी चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ को अस्थमा के उपचार पर जानकारी दी गयी।
सूर्यकांत त्रिपाठी, CIPLA मैनेजर इस कार्यशाला में उपस्थित पैरामेडिकल स्टाफ को बताया कि अस्थमा उपचार हेतु विभिन्न डिवाइसेस के तकनीकी उपयोग का डिमोनस्ट्रेशन किया गया। इसके अतिरिक्त सुनील कुमार, CIPLA ने PEFR Test पर तकनीकी प्रदर्शन किया, ताकि भविष्य में इन रोगों के मरीजों पर पर्याप्त निगरानी बरती जा सके।
इस स्वास्थ्य कार्यक्रम में डॉ. सुनील कुमार अ.मु.चि.अधी./प्रशा., डॉ. एस.के. शर्मा अ.मु.चि.अधी., डॉ. मिन्हाज अहमद व.मं.चि.अ, डॉ. एस.के. मौर्या व.मं.चि.अ., डॉ. विशाल मिश्रा मं.चि.अ., डा० विशालाक्षी मुदगल, डॉ. वी. मौर्या के अतिरिक्त स.न.अ. गीता कुमारी चौधरी के अलावे मुख्य नर्सिंग सुपरिटेन्डेन्ट्स अंजना टोड, कमला श्रीनिवासन, सीता सिंह, चंद्रकला राव, उषा जैसल, उषा सिंह, उषा देवी, अहिल्या सिंह, अनिता चंद्रा, संजू लता गौतम, रजनी, अंजली श्रीवास्तव तथा फर्मासिस्ट्स सर्वश्री सोमनाथ हेमब्रम, दिलीप कुमार सिंह, राजेन्द्र प्रसाद कुसवाहा, शिवेन्द्र नवल, लोकपति शुक्ला, एंटोनी सिंह, तपन कुमार मंडल, जितेन्द्र कुमार सिंह, विद्याकांत कुशवाहा, ब्रजेश कुमार पटेल, संध्या और एच.ए. प्रशांतो कुमार व संजय कुमार ने अपनी उपस्थिति दर्ज कर कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।