भारतीय सब्जी अनुसंधान केंद्र में कार्यशाला, मधुमक्खी पालन की बारीकियां बताईं
वाराणसी। भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान की ओर से डॉ. तुषार कांति बेहेरा, निदेशक के मार्गदर्शन में विश्व मधुमक्खी दिवस पर एक बृहद जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें सस्थान से प्रशिक्षित कुल 15 किसानों ने प्रतिभाग किया। इस दौरान किसानों को मधुमक्खी पालन की बारीकियां बताईं।
इस अवसर पर संस्थान के कार्यकारी निदेशक डॉ नगेन्द्र राय ने विस्तारपूर्वक मधुमक्खी पालन एवं उद्यमिता विकाश पर विशेष बल दिया। इस अवसर पर फसल उत्पादन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनंत बहादुर ने मधुमक्खियों का फसल परागण में महत्व एवं उनके संवर्धन पर बिधिवत एवं विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। फसल सुरक्षा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. एएन सिंह ने मधुमक्खियों के संरक्षण पर किसानो को विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
डॉ. सिंह ने कृषि रसायनों के अंधाधुंध प्रयोग से बचना चाहिए। कृषि रसायनों का प्रयोग सूर्योदय से पहले एवं सूर्यास्त के बाद प्रयोग करने से मधुमक्खियों पर हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता हैं। इस अवसर पर समेकित मधुमक्खी पालन केंद्र के प्रभारी डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव ने किसानों को प्रशिक्षित किया तथा मधुमक्खी पालन से संबन्धित किट का भी वितरण किया। इस कार्यक्रम में फसल सुरक्षा विभाग के प्रधान वैज्ञानिक डॉ केके पाण्डेय, डॉ सुदर्शन मौर्य, वरीय वैज्ञानिक डॉ जयदीप हल्दर, मंजूनाथ गौड़ा एवं सूजन मजूमदार ने कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के अंत में डा प्रताप दिवेकर ने धन्यवाद ज्ञापन किया।