बीएचयू दक्षिणी परिसर में कार्यशाला, वक्ताओं ने मोटे अनाज एवं दूध का जादू बताया
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के राजीव गांधी दक्षिणी परिसर में एसएल एंड एलएसडी इनिशिएटिव के तहत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसका मुख्य बिंदु मोटे अनाज एवं दुग्ध का जादू था। कार्यक्रम का शुभारंभ महामना की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इसमें वक्ताओं ने मोटे अनाज के सेवन के फायदे बताए।
इस दौरान आचार्य प्रभारी प्रोफेसर विनोद कुमार मिश्र ने दूध पियो कसरत करो नित्य जपो हरि का नाम वचन के साथ लोकल स्वर का मंत्र दिया। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे मोटे अनाज से संबंधित अपने स्वयं के संस्थान बनाएं और संभावनाओं को तलाशें। इससे किसानों को त्वरित फायदा होगा और वे मजबूत बनेंगे। प्रमुख वक्ता डा. वीके पासवान ने दुग्ध के स्वास्थ्यदायक उपयोग पर चर्चा की। डा. अभिषेक दत्त त्रिपाठी ने मोटे अनाज के महत्व एवं उसके उपयोग पर व्याख्यान दिया।
फूड प्रोसेसिंग एंड मैनेजमेंट दीनदयाल उपाध्याय कौशल केंद्र के विद्यार्थियों ने बाजरे के लड्डू एवं रागी की खीर सांवा की पट्टी तथा कांगड़ी का चूरमा प्रस्तुत किया। विद्यार्थियों ने 2023 को मोटे अनाज वर्ष के तहत विभिन्न पोस्टर प्रस्तुत किया। पशु विज्ञान और पशु चिकित्सा संकाय के विद्यार्थियों ने मोटे अनाज का उपयोग करके दूध के साथ विभिन्न उत्पादों को प्रस्तुत किया। इसमें छेना-खीर अद्भुत न्यूट्रीशनल वैल्यू के साथ प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर परिसर के छात्रावास समन्वयक डा. बीएमएन कुमार, उप-आरक्षाधिकारी डा. मनोज कुमार मिश्रा, डा. संदीप कुमार चौधरी और कार्यशाला के प्रमुख सदस्य डा. डेमों सी जॉनसन, डा. कृष्णनेन्दु कुंडू, डा. प्रज्ञा मिश्रा, डा. सना फातिमा, डा. अश्वनी कुमार, डा. राघवेंद्र रमन मिश्रा तथा विभिन्न छात्रावासों के प्रशासनिक संरक्षक एवं संरक्षिकाएं उपस्थित रहीं। धन्यवाद ज्ञापन डा. अनुराधा कुमारी ने किया।