पति के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए दर-दर भटक रही महिला, पुलिस कमिश्नर से लगाई न्याय की गुहार
नृशंस हत्या का आरोप
महिला का आरोप है कि 10 फरवरी की रात 9-10 बजे के बीच कोटवां गांव के असरफ अली, मुराद अली, रिजवान प्रधान, और बदरुजमा ने चार अज्ञात साथियों के साथ मिलकर भाईलाल पटेल की नृशंस हत्या कर दी। आरोपितों ने शव को जलाने के बाद उसके हाथ-पैर और प्राइवेट पार्ट काटकर, आंखें निकालकर रिजवान प्रधान के घर के पीछे अश्वनी सिंह के खेत में फेंक दिया। ऊषा देवी की तहरीर पर लोहता पुलिस ने चार नामजद आरोपितों और चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।
पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप
ऊषा देवी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने चार अज्ञात आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, लेकिन नामजद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने कहा कि पुलिस की इस उदासीनता के कारण उन्हें बार-बार थाने और अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। न्याय की आस में उन्होंने अपने अधिवक्ता के साथ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर प्रार्थना पत्र सौंपा और तत्काल कार्रवाई की मांग की।
न्याय की उम्मीद
ऊषा देवी ने पुलिस कमिश्नर से गुहार लगाते हुए कहा कि नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी से ही उन्हें और उनके परिवार को न्याय मिलेगा। अधिवक्ता विकास सिंह ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि इतने गंभीर मामले में नामजद आरोपियों को बख्शना कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है।