‘गांधी की विरासत पर हमला नहीं सहेंगे’ सर्व सेवा संघ पर कब्जे के विरोध में महिलाओं का प्रदर्शन, प्रशासन को दी चेतावनी
रैली के दौरान महिलाओं ने रेलवे विभाग और जिला प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। उनके नारों में "सर्व सेवा संघ पर अवैध कब्जा बंद करो," "गांधी की विरासत पर हमला नहीं सहेंगे," और "हर जोर-जुल्म के टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है" जैसे संदेश शामिल थे। प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी, जयप्रकाश नारायण और विनोबा भावे को याद करते हुए उनके सम्मान में नारे लगाए। आक्रोशित महिलाओं ने चेतावनी दी कि सरकार सर्व सेवा संघ की जमीन पर जबरदस्ती कब्जा करने की कोशिश कर रही है, और जब तक सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेती, वे इस धरोहर को बचाने के लिए विरोध जारी रखेंगी।
धरने का नेतृत्व लोक समिति के संयोजक नंदलाल मास्टर ने किया। उन्होंने बताया कि यह रैली सत्याग्रह के समर्थन में आयोजित की गई है, क्योंकि स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग ने जबरन सर्व सेवा संघ राजघाट परिसर पर कब्जा कर लिया है और बिना किसी वैध आदेश के 45 भवनों को बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया है। इसके खिलाफ देशभर से आए गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता 11 सितंबर से 100 दिनों के सत्याग्रह उपवास पर बैठे हैं।
धरने में नंदलाल मास्टर, अनीता, सोनी, रामवचन, शिवकुमार, मनीषा, संजू, पूनम, मनोरमा, सीता, बिंदु, उषा, सरिता, सुनीता, सादरून, सोबरा, रईसा, आसमा, फातमा, बिमला, सुशीला, उषा, तारा, और कमलावती सहित अन्य कई महिलाएं शामिल रहीं। सभा की अध्यक्षता आशा ने की, जबकि संचालन अनीता ने किया।