वाराणसी में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को पिलाई जाएगी ‘विटामिन ए’ की खुराक, चलेगा अभियान
वाराणसी। जिले में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को ‘विटामिन-ए’ की खुराक पिलाने के लिए बुधवार से ‘विटामिन ए सम्पूरण’ कार्यक्रम का संचालन किया जाएगा। यह कार्यक्रम 26 जून से पूरे एक माह तक चलेगा। इसके तैयारियों को लेकर शुक्रवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में जनपद स्तरीय संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सीएमओ डॉ संदीप चौधरी ने कहा कि विटामिन ए सम्पूरण कार्यक्रम प्रत्येक वर्ष दो चरणों में छह माह के अंतराल पर आयोजित किया जाता है। इसमें नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक से आच्छादित किया जाता है। इस क्रम में 26 जून से यह कार्यक्रम शुरू किया जाएगा जो कि अगले एक माह तक चलेगा। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संचालन के संबंध में स्वास्थ्य विभाग और आईसीडीएस विभाग को संयुक्त रूप से दिशा-निर्देश दिए गए हैं। अभियान से जुड़े दोनों विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वह ग्रामीण एवं शहरी स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस (वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी) सत्रों में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को निर्धारित मात्रा में विटामिन ए की खुराक पिला सकें और उसका सही ढंग से अनुसरण कर सकें।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ एके मौर्य ने बताया कि इस कार्यक्रम को लेकर समस्त तैयारियां तेजी से पूरी की जा रही हैं। कार्यक्रम के संचालन के दौरान प्रत्येक बुधवार और शनिवार को आयोजित होने वाले वीएचएसएनडी व यूएचएसएनडी सत्रों पर नौ माह से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को अलग-अलग चम्मचों से विटामिन ए खुराक पिलायी जाएगी। उन्होंने बताया कि विटामिन ए एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है, जिससे बच्चे स्वस्थ व सुपोषित रहते हैं। इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान नियमित टीकाकरण (जन्म से 24 माह तक), सम्पूर्ण टीकाकरण (पांच वर्ष तक), वजन लेना और अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करना, सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाना, एक घंटे के अंदर और छह माह तक सिर्फ स्तनपान को लेकर जन जागरूकता, आयोडीन युक्त की नमक के सेवन के प्रति जागरूक करने पर ज़ोर दिया जाएगा।
विटामिन-ए की कमी से आंख होती है कमजोर
डॉ मौर्य ने बताया कि विटामिन ‘ए’ की कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आंख, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्याएं हो सकती हैं। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त जैसी आम बीमारियां भी गम्भीर हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है। इस दौरान डिप्टी सीएमओ डॉ अमित सिंह, डीएचईआईओ हरिवंश यादव, डीएमओ एससी पाण्डेय, चिकित्सा अधीक्षक व प्रभारी चिकित्साधिकारी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी, आईसीडीएस विभाग से बाल विकास परियोजना अधिकारी, एआरओ अनूप उपाध्याय, न्यूट्रीशन इंटरनेशनल से मंडलीय समन्वयक सुनीता सिंह, यूनिसेफ से डीएमसी डॉ शाहिद एवं अन्य अधिकारी व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।