वाराणसी से देवघर जाने वालों का टोटा, वापसी में वंदेभारत में वेटिंग, दो दिन पहले शुरू हुई ट्रेन 

बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से बाबा वैद्यनाथ की नगरी देवघर तक चलने वाली नई वंदेभारत में यात्रियों का टोटा है। विशेषकर वाराणसी-गया मार्ग पर यात्रियों की कमी देखी जा रही है, जहां आधी ट्रेनें खाली जा रही हैं। हालांकि, वापसी की ओर यात्रा करते समय सीटें पूरी तरह भर जाती हैं। गुरुवार को गया स्टेशन से कैंट वाराणसी के लिए आने वाली ट्रेन 22499 में सीटें वेटिंग हो गईं, जबकि वाराणसी कैंट-गया मार्ग पर सीटें पर्याप्त उपलब्ध हैं।
 

वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी से बाबा वैद्यनाथ की नगरी देवघर तक चलने वाली नई वंदेभारत में यात्रियों का टोटा है। विशेषकर वाराणसी-गया मार्ग पर यात्रियों की कमी देखी जा रही है, जहां आधी ट्रेनें खाली जा रही हैं। हालांकि, वापसी की ओर यात्रा करते समय सीटें पूरी तरह भर जाती हैं। गुरुवार को गया स्टेशन से कैंट वाराणसी के लिए आने वाली ट्रेन 22499 में सीटें वेटिंग हो गईं, जबकि वाराणसी कैंट-गया मार्ग पर सीटें पर्याप्त उपलब्ध हैं।


 
कैंट स्टेशन के मुख्य आरक्षण केंद्र के पर्यवेक्षक के अनुसार, पितृ पक्ष के दौरान गया स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बना रहता है, लेकिन इसके बाद यात्रा के दौरान ट्रेनें काफी खाली जा रही हैं। वापसी की दिशा में, गया से वाराणसी कैंट के लिए सीटें पूरी तरह से भर जाती हैं। इनॉगरल रन के दिन सोमवार को केवल 144 यात्री ही देवघर तक पहुंचे। वंदे भारत ट्रेन का संचालन हफ्ते में मंगलवार को छोड़कर अन्य सभी दिनों में होता है। कैंट-देवघर का सफर 7 घंटे 20 मिनट और वाराणसी-गया का सफर 3 घंटे 5 मिनट का है।


किराया विवरण:
•    कैंट से गया तक सीसी का किराया 755 रुपये और ईसी का 1405 रुपये है।
•    कैंट से देवघर तक सीसी का किराया 1355 रुपये और ईसी का 2415 रुपये है।