वाराणसी :  धर्म और आध्यात्म के अभाव में उद्देश्य से भटक जाते हैं युवा

बीएचयू के वाणिज्य संकाय में गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें जीके सर छात्रों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने धर्म व आध्यात्म पर चर्चा की। साथ ही छात्रों के सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा शांत की। 
 

वाराणसी। बीएचयू के वाणिज्य संकाय में मृगाक्षी फाउंडेशन की ओर से गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें जीके सर छात्रों से रूबरू हुए। इस दौरान उन्होंने धर्म व आध्यात्म पर चर्चा की। साथ ही छात्रों के सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा शांत की। 

 

उन्होंने कहा कि आधुनिक समय की युवा पीढ़ी, विशेष रूप से छात्र, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के बढ़ती उपयोगिता के संपर्क में हैं। सफलता और समृद्धि की दौड़ में अपनी 'आवश्यकता और आवश्यक' के बीच निर्णय करने में कई बार असहज हो जाते हैं। यहां तक कि धर्म और अध्यात्म की महत्ता को भी नहीं समझ पाते और अपने जीवन के उद्देश्यों से भटक जाते हैं। युवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव डालने में चिंता, उच्च तनाव स्तर, एकाग्रता की कमी और अवसाद जैसी समस्या देखने को मिलती है। आज की युवा पीढ़ी में पाश्चात्य सभ्यता के प्रति बढ़ते हुए झुकाव और हमारी सनातन संस्कृति के प्रति उदासीनता के लक्षण दिखते हैं उसकी जागरूकता के लिए हमारी संस्था मृगाक्षी फाउंडेशन कार्यरत है। जो ऐसे सभी मुद्दों को ध्यान, साधना और मंत्रोचारण के माध्यम से पुष्ट करने की क्षमता रखती है। 

 

मृगाक्षी फाउंडेशन की ओर से युवाओं से अपील की गई। प्रतिनिधियों ने कहा कि युवाओं को मॉडर्न लाइफस्टाइल के साथ सनातन और आध्यात्म के साथ जुड़े रहना सिखाती है। कैसे आप अपने जीवन को सुदृढ़ और सफल कर सकते हैं इसकी प्रेरणा देती है। इसी विषय पर आधारित हम एक प्रोग्राम बीएचयू कॉमर्स फैकल्टी में स्टूडेंट वेल बिंग इनिशिएटिव के साथ मिल कर करना चाहते हैं।