वाराणसी : चिरईगांव ब्लाक में कार्यशाला, संचारी रोगों की रोकथाम की बनी रणनीति
वाराणसी। चिरईगांव ब्लाक सभागार में गुरुवार को कार्य़शाला का आयोजन किया गया। इसमें संचारी, दस्तक, डायरियां रोको अभियान के तहत आशा, आशा संगिनी,एएनम, आंगनबाड़ी को एक दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही संचारी रोगों से बचाव की रणनीति तैयार की गई।
स्वास्थ्य निरीक्षक कमल सेन ने बताया कि 11जुलाई से 31 जुलाई तक चलने वाले दस्तक अभियान के तहत आशा, आगवाडी, घर घर जाकर संचारी रोगों से बचाव लक्षणों एवं सुविधाओं के प्रति जागरुक करेंगी। साथ ही मलेरिया, फइलेरिया,दिमागीबुखार,छय रोग, कुष्ठ रोग, के लक्षण युक्त रोगियो की खोज कर जांच एवम उपचार के लिए सूची भी बनाएगी। दस्तक अभियान के दौरान जिन घरों में शून्य से 5 वर्ष के बच्चे होगे उन घरों में ओआरएस व जिंक की गोली देगी। ओआरएस घोल कैसे बनाया जाय उसकी विधि भी बताया जाएगा। 2 से 6 माह के बच्चे को जिंक की आधी गोली मां के दूध के साथ देने के बारे में बताएगी। आधा गोली फेंक देंगी। 6 माह के ऊपर के बच्चों को जिंक की एक गोली चौदह दिन तक देने के बारे में बताया।
यूनिसेफ़ के ब्लाक क्वाडिनेटर मोहम्द कासिफ ने बताया कि डायरिया रोको अभियान में फूड्स एवं सेफ्टी विभाग भी शामिल है। वह चट्टी चौराहों पर लगने वाले ठेले खुमचों पर बिकने वाले खाद्य प्रदार्थ की जांच भी करेगा। कटे फटे फल बने हुए बासी सामाग्री को उपयोग में नहीं लाने हेतु जागरूक करेगा। बैठक में बालविकास परियोजना अधिकारी विजयकृष्ण उपाध्याय, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डा. मानसी गुप्ता, बीसीपीएम अशोक कुमार, स्वास्थ्य पर्यवेक्षक आदि शामिल थे।