वाराणसी :  शाही नाले की कराई जाएगी सफाई, खाली कराए जाएंगे घर, ढहने का खतरा 

शहर की जलनिकासी व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले शाही नाले की सफाई कराई जाएगी। इसके लिए दुर्गाघाट पर स्थित आधा दर्जन से अधिक मकानों को खाली कराया जाएगा। इन मकानों के ढहने का खतरा है। इसलिए प्रशासन एहतियात बरत रहा है। जलकल के अधिशासी अभियंता की ओर से भवन स्वामियों को पत्र भेजा गया है। 
 

वाराणसी। शहर की जलनिकासी व्यवस्था की रीढ़ माने जाने वाले शाही नाले की सफाई कराई जाएगी। इसके लिए दुर्गाघाट पर स्थित आधा दर्जन से अधिक मकानों को खाली कराया जाएगा। इन मकानों के ढहने का खतरा है। इसलिए प्रशासन एहतियात बरत रहा है। जलकल के अधिशासी अभियंता की ओर से भवन स्वामियों को पत्र भेजा गया है। 

दरअसल, शाही नाले पर बने इन घरों के आसपास के मोहल्लों में सीवर की समस्या है। इसका समाधान करने के लिए कई बार अधिकारी निरीक्षण कर चुके हैं। पहले कराए गए सफाई के सारे प्रयास असफल हो चुके हैं। इसके बाद फैसला लिया गया कि मैनुअल इसकी सफाई कराई जाएगी। इसके बाद जलकल की ओर से पत्र भेजा गया। 

अधिशासी अभियंता ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि शाही नाला पूरी तरह से जाम हो चुका है। इसकी सफाई बहुत जरूरी है। नाले के ऊपर रखी पटिया टूट चुकी है। इन घरों के नींव की मिट्टी और ईंट आदि गिरने से नाला जाम हो चुका है। नगर की सीवर व्यवस्था शाही नाले पर निर्भर है। ऐसे में बारिश में जलजमाव से निजात के लिए शाही नाले की सफाई जरूरी है। 

शाही नाले के बगल में बनेगा रोपवे का पिलर 
गिरजाघर पर शाही नाले के पास रोपवे का पिलर खड़ा किया जाएगा। इसके लिए ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद पाइपलाइनों की शिफ्टिंग का काम किया जाएगा। हालांकि इस दौरान शाही नाले से छेड़छाड़ नहीं की जाएगी, जबकि यहां निर्माण में सबसे बड़ी बाधा शाही नाला है।